मेरठ, मार्च 11 -- मेरठ। सोमवार को थापर नगर गुरु सिंह सभा गुरुद्वारे में बैठक आयोजित कर होली का पर्व होली महला के रूप में मनाने का सिख समाज ने निर्णय लिया। बैठक में सरदार रणजीत सिंह जस्सल ने बताया कि होलिका के नाम से होली का त्योहार अस्तित्व में आया, जो हमें शिक्षा देता है कि जुल्म और जालिम का नाश भक्ति और शक्ति से ही हो सकता है। गुरु गोविंद सिंह ने इस त्योहार को होला का नाम देकर महला शब्द जोड़ होला महला बिना दिया। बताया कि होला महला पर गुरुद्वारे में विशेष कार्यक्रम होंगे। नानक शाही कैलेंडर के अनुसार सिख धर्म नववर्ष मनाएगा। रणजीत सिंह नंदा, सुरेंद्र सिंह भाटिया, हरप्रीत सिंह, जसबीर सिंह खालसा, अमनदीप सिंह, अमरजीत सिंह आदि रहे।

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