पटना , अक्टूबर 04 -- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को कहा कि बिहार में युवाओं के कौशल विकास और क्षमता निर्माण के लिये बड़े पैमाने पर योजनायें शुरू की जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य और देशभर के लिये कुल 11 नई योजनाओं का शुभारंभ किया गया है, जिनमें बिहार में युवा आयोग और जननायक कर्पूरी ठाकुर कौशल विकास विश्वविद्यालय की स्थापना प्रमुख हैं। इसके साथ ही एनआईटी, पटना के बिहटा कैंपस का लोकार्पण, नियुक्ति- पत्रों का वितरण और 25 लाख छात्र- छात्राओं के बीच छात्रवृत्तियों का वितरण भी शामिल है।
मुख्यमंत्री श्री कुमार ने इन सभी योजनाओं के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हृदय से आभार जताया और कहा कि केंद्र सरकार के सहयोग से बिहार में युवाओं को शिक्षा, कौशल और रोजगार के अवसर तेजी से मिल रहे हैं।
यह बातें उन्होंने औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) के टॉपर्स के कौशल दीक्षांत समारोह और 62,000 करोड़ रुपये की युवा- केंद्रित योजनाओं के शुभारंभ, उद्घाटन, शिलान्यास एवं देश को समर्पण कार्यक्रम के दौरान कहीं। इस अवसर पर बड़ी संख्या में युवाओं की उपस्थिति रही।
उन्होंने बताया कि बिहार सरकार लगातार युवाओं के लिये योजनाओं का विस्तार कर रही है। वर्ष 2015 में शुरू की गई सात निश्चय योजना के तहत बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड, स्वयं सहायता भत्ता योजना और कुशल युवा कार्यक्रम जैसी योजनाएं लागू की गई थीं। वर्ष 2020 में शुरू हुये 'सात निश्चय-2' में 10 लाख सरकारी नौकरी और 10 लाख रोजगार देने का लक्ष्य रखा गया था, जिसमें अब तक 10 लाख सरकारी नौकरियां और 40 लाख रोजगार दिये जा चुके हैं। अब सरकार ने आगामी पांच वर्षों में एक करोड़ युवाओं को नौकरी और रोजगार देने का लक्ष्य तय किया है।
मुख्यमंत्री श्री कुमार ने कहा कि 2005 में जब राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार बनी, तब बिहार की स्थिति बहुत खराब थी। उन्होंने कहा कि 'पहले की सरकारों ने युवाओं के लिये कुछ नहीं किया था। 24 नवंबर, 2005 से हम लगातार बिहार के विकास में लगे हैं। आज शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली और सड़क जैसे क्षेत्रों में तेजी से काम हो रहा है। राज्य में कानून का राज स्थापित हुआ है और बिहार की प्रगति में केंद्र सरकार का भी बड़ा सहयोग मिला है।'कार्यक्रम के दौरान बिहार के अलग- अलग जिलों से आये लाभार्थियों ने मंच से अपने अनुभव साझा किये। पटना के एएन कॉलेज से भूविज्ञान में स्नातक करने वाली कुमारी संजना और वैशाली के अतुल राज ने 'मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना' के तहत मिली सहायता के लिये आभार जताया और कहा कि इससे उन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में मदद मिली है।
वहीँ पटना की अंजु कुमारी और सहरसा के मो. साकिब अहमद ने कहा कि यदि उन्हें बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना का लाभ न मिला होता तो आर्थिक कारणों से वे उच्च शिक्षा नहीं ले पाते। उन्होंने मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को अपनी शिक्षा को आसान बनाने के लिये धन्यवाद दिया।
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