वाराणसी , अक्टूबर 16 -- भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष डॉ. वी. नारायणन ने गुरुवार को कहा कि इसरो का लक्ष्य 2035 तक अपना अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित करना है।
काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) का 14वां दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुसे डा नारायणन ने कहा कि इसरो की भविष्य की योजनाओं में चंद्रयान-4 और चंद्रयान-5 पर कार्य, 2035 तक भारत का अपना अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित करना और गगनयान-3 मिशन शामिल हैं। उन्होंने कहा कि आईआईटी (बीएचयू) के पूर्व छात्र विश्व भर में उद्योग और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दे रहे हैं। उन्होंने स्नातकों से निरंतर सीखने, रचनात्मकता, आत्मविश्वास, टीम वर्क और नेतृत्व कौशल अपनाने के साथ-साथ समाज के प्रति जिम्मेदारी निभाने का आग्रह किया।
इस अवसर पर 62 मेधावी छात्रों को 123 पदक और पुरस्कार प्रदान किए गए। समारोह में संस्थान के निदेशक प्रोफेसर अमित पात्रा और कुलसचिव सुमित कुमार बिस्वास ने विद्यार्थियों को पदक व पुरस्कार वितरित किए।
डॉ. नारायणन ने स्वतंत्रता के बाद भारत की प्रगति का उल्लेख करते हुए आर्थिक विकास, जीवन प्रत्याशा में वृद्धि, साक्षरता में सुधार और कृषि व अवसंरचना के क्षेत्र में उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने स्नातकों को 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लक्ष्य में योगदान देने के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम की उपलब्धियों पर भी चर्चा की, जिसमें 1963 में पहला रॉकेट प्रक्षेपण, ऐतिहासिक चंद्रयान और मंगल ऑर्बिटर मिशन, क्रायोजेनिक रॉकेट इंजन का विकास और 133 से अधिक उपग्रहों की सफल तैनाती शामिल हैं। उन्होंने बताया कि दूरसंचार, टेलीमेडिसिन, आपदा चेतावनी, मत्स्य पालन और मौसम पूर्वानुमान जैसे अंतरिक्ष अनुप्रयोगों ने देशवासियों के जीवन को बेहतर बनाया है।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित