मनेन्द्रगढ़ , अक्टूबर 06 -- छत्तीसगढ़ के महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित पोषण माह के तहत 'स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार' थीम पर जिले भर में जनजागरूकता कार्यक्रम संपन्न हुए।

इस अभियान के माध्यम से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में पोषण के महत्व को रेखांकित किया गया। जिले की चार एकीकृत बाल विकास परियोजनाओं मनेन्द्रगढ़, चिरमिरी, भरतपुर और खडगवां के तहत आयोजित कार्यक्रमों में गर्भवती एवं शिशुवती माताओं, शिशुओं और बालिकाओं के पोषण स्तर में सुधार लाने पर ध्यान केंद्रित किया गया। कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी डी. राहुल वेंकट के मार्गदर्शन और जिला कार्यक्रम अधिकारी आर. के. खाती के नेतृत्व में चलाए गए इस अभियान का उद्देश्य "सही पोषण, देश रोशन" का संदेश जन-जन तक पहुँचाना था।

विगत चार अक्टूबर को ग्राम पंचायत दुबछोला, झगराखांड, चैनपुर और खोंगापानी में आयोजित कार्यक्रमों में महिलाओं और बालिकाओं को संतुलित आहार, मोटापे के दुष्प्रभाव और पोषण के वैज्ञानिक पहलुओं से अवगत कराया गया। चित्रकला प्रतियोगिता, संवाद सत्र और व्याख्यान जैसी गतिविधियों के माध्यम से प्रतिभागियों ने स्वस्थ जीवनशैली के महत्व को रचनात्मक ढंग से उजागर किया।

जिला मिशन समन्वयक तारा कुशवाहा ने बताया, "यह अभियान केवल स्वास्थ्य संवर्धन तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सामाजिक जागरूकता का माध्यम भी है। स्वस्थ स्त्री और स्वस्थ बच्चे ही खुशहाल परिवार की आधारशिला हैं।"इस दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधियों और स्वास्थ्य कर्मियों ने सक्रिय भागीदारी निभाई। महिला एवं बाल विकास विभाग की इस पहल से न केवल बच्चों और महिलाओं को लाभ मिल रहा है, बल्कि पूरे समाज में स्वास्थ्य और पोषण के प्रति जागरूकता का वातावरण भी बन रहा है।

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