हरिद्वार , अक्टूबर 27 -- उत्तराखंड के हरिद्वार की चीला रेंज में कई दिनों से बंद पड़ी हाथी सफारी फिर से होगी शुरू। फिलहाल चिल्ला रेंज में सात हाथी हैंहरिद्वार की चीला रेंज में कई वर्षों से हाथी सफारी बंद पड़ी थी। अब नवंबर में रेंज खुलने जा रही है। चीला रेंज के हाथी बाड़े में वर्तमान में सात हाथी हैं इनमें तीन हाथी, तीन हथिनी और एक छोटा हाथी है।

बीएचईएल क्षेत्र में एक समय तांडव मचाने वाला राजा नाम का हाथी अब राजाजी टाइगर रिजर्व की चीला रेंज का मुख्य आकर्षण और राजा बन चुका है। चीला रेंज के गेट नवंबर में खुलने के बाद सैलानी इस साल हाथियों पर बैठकर जंगल सफारी का अनोखा अनुभव ले सकेंगे।

गौरतलब है कि वर्ष 2019 में राजा हाथी ने हरिद्वार के भेल क्षेत्र में तीन लोगों की जान ले ली थी इसके बाद से ही इसे खूनी हाथी के तौर पर जाना जाने लगा था। पूरे हरिद्वार में राजा की दहशत फैल गई थी। उस घटना के बाद वन विभाग से लेकर आम लोग तक इसका नाम सुनकर डर जाते थे।

खतरे की आशंका को देखते हुए इस हाथी को चीला रेंज में पुनर्वासित किया गया। यहां समय बीतने के साथ राजा का व्यवहार पूरी तरह बदल गया और मौजूदा समय में यह दो दांत वाला 27 साल का हाथी अब सबसे प्यारा और व्यावहारिक बनकर चीला रेंज का राजा बन चुका है।

हरिद्वार की चीला रेंज में कई वर्षों से हाथी सफारी बंद पड़ी थी। अब नवंबर में रेंज खुलने जा रही है। चीला रेंज के हाथी बाड़े में वर्तमान में सात हाथी हैं इनमें तीन हाथी, तीन हथिनी और एक छोटा हाथी है। इन पर बैठकर देश-विदेश से आने वाले सैलानी जंगल सफारी का लुत्फ उठा सकेंगे।

इन हाथियों पर क़र सकेंगे हाथी सफारी। इनमें राधा-37 वर्ष, रंगीली- 38 वर्ष, राजा-27 वर्ष, रानी-12 वर्ष,जॉनी-9 वर्ष और कमल-3 वर्ष।

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