बैतूल , अक्टूबर 11 -- स्वामी आनंद स्वरूप के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर पर दिए गए आपत्तिजनक बयान को लेकर अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा, बैतूल इकाई ने शनिवार को कड़ा विरोध जताया और स्वामी आनंद स्वरूप के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की।

महासभा के पदाधिकारियों ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि स्वामी आनंद स्वरूप ने न केवल मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव बल्कि पूरे यादव समाज, ओबीसी वर्ग और डॉ. अंबेडकर के खिलाफ अपमानजनक और भड़काऊ भाषा का प्रयोग किया है। ये बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं।

महासभा ने बताया कि 3 अक्टूबर को मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ओबीसी वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण देने की घोषणा की थी, जिसके बाद स्वामी आनंद स्वरूप ने कहा था- "मोहन यादव को मोदी जी तत्काल हटाइए, नहीं तो यह कैंसर पूरे प्रदेश में भाजपा को खत्म कर देगा। मोहन यादव रामद्रोही, हिन्दू द्रोही और स्वर्ण द्रोही है।"संगठन ने इन बयानों को संविधान विरोधी और सामाजिक सौहार्द को भंग करने वाला बताया। यादव महासभा के जिला अध्यक्ष संतोष यादव ने कहा कि यह टिप्पणी न केवल डॉ. अंबेडकर का अपमान है, बल्कि ओबीसी वर्ग की भावनाओं को भी ठेस पहुँचाने वाली है। उन्होंने मांग की कि स्वामी आनंद स्वरूप पर आपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाए और ऐसे भड़काऊ वक्तव्यों पर रोक लगाई जाए। ज्ञापन सौंपने के दौरान संगठन के कई पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे, जिन्होंने एक स्वर में कहा कि संविधान और समाज की गरिमा से खिलवाड़ करने वालों को कानून के दायरे में लाया जाए।

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