चंडीगढ़ , अक्टूबर 06 -- हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अपने जापान दौरे के दौरान आज शिमाने प्रीफेक्चर के गवर्नर तात्सुया मारुयामा से मुलाकात की। इस दौरान दोनों क्षेत्रों के उद्यमों के बीच प्रौद्योगिकी आदान-प्रदान, नवाचार और संयुक्त उद्यमों के नए अवसर तलाशने पर विस्तार से चर्चा हुई।
इसके बाद मुख्यमंत्री ने टोक्यो में आयोजित हरियाणा-शिमाने प्रीफेक्चर रोड शो में हिस्सा लिया। उद्योगपतियों और निवेशकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जापान के साथ भारत के संबंध हजारों वर्ष पुराने हैं, ये संबंध ऐतिहासिक और भावनात्मक दोनों हैं, जिस प्रकार शिमाने अपनी चिरस्थायी परंपराओं के लिए प्रसिद्ध है, उसी प्रकार हरियाणा भी भारतीय सभ्यता की सबसे प्राचीन और पूजनीय भूमि में से एक है। यहीं धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र की पावन धरती पर भगवान श्रीकृष्ण ने गीता का दिव्य संदेश दिया था, जिसमें कर्तव्य, धर्म और ज्ञान का सार निहित है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत और जापान का संबंध एक विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी पर आधारित है, जिसे गहरे विश्वास, लोकतांत्रिक सिद्धांतों और उद्यमशीलता ने और मजबूत किया है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जापान यात्रा के बाद जापानी उद्योगपतियों ने भारत में अगले एक दशक में 10 ट्रिलियन येन निवेश की प्रतिबद्धता जताई है। उन्होंने कहा कि हरियाणा का औद्योगिक इकोसिस्टम इस निवेश के लिए आदर्श अवसर प्रदान करता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिमाने और हरियाणा कई मायनों में एक-दूसरे के पूरक हैं। दोनों ही गुणवत्ता, परिशुद्धता और नवाचार को अपनाते हुए गौरवशाली औद्योगिक परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं। हरियाणा में सुदृढ़ औद्योगिक पार्क, स्मार्ट बुनियादी ढांचा, हरित ऊर्जा और आधुनिक लॉजिस्टिक सुविधायें उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि 1980 के दशक में मारुति सुजुकी द्वारा हरियाणा में पहला मैन्युफैक्चरिंग प्लांट स्थापित किए जाने से भारत के मोबिलिटी सेक्टर में क्रांति आई और एक विश्वस्तरीय औद्योगिक इकोसिस्टम विकसित हुआ।
हरियाणा में जापानी कंपनियों की संख्या देश के अन्य राज्यों की तुलना में सर्वाधिक है। यह राज्य संस्कृति, उद्यम और नवाचार का केंद्र बन चुका है। हरियाणा राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से घिरा होने के कारण भौगोलिक रूप से भी अत्यंत महत्वपूर्ण स्थिति रखता है। कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस-वे और बहु-मॉडल लॉजिस्टिक्स हब जैसी परियोजनाएं उत्कृष्ट कनेक्टिविटी सुनिश्चित करती हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि हरियाणा सरकार ने निवेशक-अनुकूल नीति लागू की है, जो हरियाणा-शिमाने साझेदारी को और मजबूत बनायेगी। इसमें एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोटिव सेक्टर, इलेक्ट्रिक वाहन, बैटरी भंडारण और ग्रीन हाइड्रोजन पर विशेष ध्यान दिया गया है। साथ ही हरियाणा के युवा एआई, आईओटी और रोबोटिक्स में शिमाने की विशेषज्ञता के साथ मिलकर नवाचार को बढ़ावा देंगे।
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