मुंबई , अक्टूबर 06 -- देश के सेवा क्षेत्र की गतिविधियों में सितंबर में भी मजबूती जारी रही, हालांकि इसकी रफ्तार अगस्त के मुकाबले कुछ धीमी जरूर हुई है। माह दर-माह आधार पर आर्थिक गतिविधियों को आंकने वाले एचएसबीसी भारत सेवा पीएमआई सर्वेक्षण की सोमवार को जारी रिपोर्ट में यह बात सामने आयी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि सितंबर में पीएमआई (खरीद प्रबंधक सूचकांक) 60.9 रहा। अगस्त में यह 62.9 था। सूचकांक का 50 से ऊपर होना वृद्धि और इससे नीचे रहना गतिविधियों में गिरावट को दर्शाता है। वहीं 50 का स्तर स्थिरता दिखाता है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि मांग में वृद्धि और नये क्लाइंट बनाने के मामले में सितंबर का महीना सेवा क्षेत्र की भारतीय कंपनियों के लिए सकारात्मक रहा। प्रौद्योगिकी निवेश और सार्वजनिक नीतियां भी अनुकूल रहीं जिससे उत्पादन में वृद्धि देखी गयी।
सितंबर में नये ऑर्डरों में भी तेज वृद्धि हुई, हालांकि यह अगस्त के मुकाबले धीमी रही। हालांकि सेवा निर्यात की वृद्धि दर इस मार्च के बाद के निचले स्तर पर आ गयी। लागत में मुद्रास्फीति की रफ्तार कम रहने से कंपनियों के लिए कारोबार और आसान हुआ।
भारत में एचएसबीसी के मुख्य अर्थशास्त्री प्रांजुल भंडारी ने कहा, " देश के सेवा क्षेत्र की गतिविधियों में अगस्त के हाल के उच्च स्तर की तुलना में सितंबर में नरमी रही। अधिकतर मोर्चों पर वृद्धि की रफ्तार सुस्त पड़ी है, लेकिन कुछ भी ऐसा नहीं रहा, जिससे यह संकेत मिलते हों कि सेवा क्षेत्र में वृद्धि की गति में कोई बड़ी गिरावट हो।"इससे पहले विनिर्माण क्षेत्र का पीएमआई सितंबर में 57.7 रहा था जो अगस्त के 59.3 की तुलना में कम होने के बावजूद मजबूत वृद्धि दर्शाता है।
विनिर्माण और सेवा क्षेत्र का संयुक्त सूचकांक सितंबर में 61.0 रहा। अगस्त में यह 63.2 रहा था।
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