मुंबई, सितंबर 26 -- अमेरिका के साथ व्यापार तनाव और विदेशी निवेशकों की बिकवाली के दबाव में घरेलू शेयर बाजारों में शुक्रवार को लगातार छठे दिन गिरावट रही।
बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 733.22 अंक (0.90 प्रतिशत) लुढ़ककर 80,426.46 अंक पर बंद हुआ। बाजार पर शुरू से ही दबाव रहा। बीच कारोबार में एक समय यह 800 अंक से अधिक गिर गया था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी-50 सूचकांक भी 236.15 अंक यानी 0.95 प्रतिशत टूटकर 24,654.70 अंक पर आ गया।
गत 18 सितंबर के बाद छह कारोबारी दिवस में सेंसेक्स 2,587 अंक और निफ्टी-50 सूचकांक 759 अंक उतर चुका है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा ब्रांडेड और पेटेंट प्राप्त दवाओं पर 01 अक्टूबर से 100 प्रतिशत आयात शुल्क की घोषणा के बाद फार्मा सेक्टर पर सबसे अधिक दबाव देखा गया। आईटी, धातु, ऑटो, बैंकिंग, स्वास्थ्य, रियलिटी, वित्त और टिकाऊ उपभोक्ता उत्पाद समूहों में भी तेज बिकवाली रही।
सेंसेक्स की 30 कंपनियों में से 26 में गिरावट रही। महिंद्रा एंड महिंद्रा का शेयर सबसे अधिक 3.70 प्रतिशत लुढ़क गया। इटरनल में 3.39 प्रतिशत, टाटा स्टील में 2.81 प्रतिशत, बजाज फाइनेंस में 2.75 प्रतिशत और एशियन पेंट्स में 2.52 प्रतिशत की गिरावट रही। टेक महिंद्रा, इंफोसिस और टीसीएस के शेयर भी दो प्रतिशत से अधिक टूट गये।
एक से दो फीसदी के बीच गिरावट वाली अन्य कंपनियों में एचसीएल टेक्नोलॉजीज, बीईएल, बजाज फिनसर्व, टाइटन, ट्रेंट, हिंदुस्तान यूनीलिवर, आईसीआईसीआई बैंक, अडानी पोर्ट्स, एक्सिस बैंक और भारती एयरटेल शामिल रहीं।
जिन चार कंपनियों के शेयर हरे निशान में बंद हुए हैं उनमें एलएंडटी में 2.38 फीसदी, टाटा मोटर्स में 1.32 फीसदी, आईटीसी में 1.21 फीसदी और रिलायंस इंडस्ट्रीज में 0.39 फीसदी की तेजी दर्ज की गयी।
एनएसई में कुल 3,138 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ। इनमें 2,424 के शेयरों में गिरावट और 628 में तेजी रही। वहीं, 86 कंपनियों के शेयर अंत में अपरिवर्तित बंद हुये।
मझौली और छोटी कंपनियों पर ज्यादा दबाव रहा। निफ्टी मिडकैप-50 सूचकांक 1.87 प्रतिशत और स्मॉलकैप-100 सूचकांक 2.26 प्रतिशत की बड़ी गिरावट में रहे।
दूसरे एशियाई शेयर बाजार भी दबाव में रहे। जापान का निक्केई 0.87 प्रतिशत, हांगकांग का हैंगसेंग 1.35 प्रतिशत और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.65 प्रतिशत टूट गया। वहीं, यूरोप में शुरुआती कारोबार में जर्मनी का डैक्स 0.34 प्रतिशत और ब्रिटेन का एफटीएसई 0.38 फीसदी ऊपर कारोबार कर रहे थे।
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