नयी दिल्ली , अक्टूबर 07 -- देश में गत सितंबर महीने में यात्री वाहनों और दुपहिया की खुदरा बिक्री में दो अलग-अलग ट्रेंड देखने को मिले - पूरे महीने की बिक्री में जहां स्थिर वृद्धि दर्ज की गयी और यहां तक कि अगस्त की तुलना में गिरावट रही वहीं वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की नयी दरें लागू होने के कारण नवरात्र की बिक्री में जबरदस्त उछाल देखा गया।

वाहन डीलरों के महासंघ फाडा ने मंगलवार को जारी अपनी रिपोर्ट में बताया कि सितंबर में देश में कुल 2,99,369 यात्री वाहन बिके जो पिछले साल सितंबर की तुलना में 5.80 प्रतिशत अधिक है। हालांकि यह अगस्त 2025 की बिक्री से 7.39 फीसदी कम है। यात्री वाहनों में कार, एसयूवी और वैन को शामिल किया जाता है।

इसी प्रकार दुपहिया की ब्रिक्री सितंबर में 12,87,735 इकाई रही जो सितंबर 2024 से 6.51 प्रतिशत अधिक और अगस्त 2025 से 6.26 प्रतिशत कम है।

रिपोर्ट में नवरात्र के आंकड़े अलग से दिये गये हैं। जीएसटी परिषद ने 03 सितंबर को अन्य वस्तुओं के साथ अधिकतर वाहनों पर करों में कटौती की घोषणा की थी जो 22 सितंबर को नवरात्र के पहले दिन से लागू हुई। यही कारण रहा कि लोगों ने इस दौरान खरीद टाल दी और सितंबर में 70 प्रतिशत से अधिक यात्री वाहन तथा 60 प्रतिशत के अधिक दुपहिया वाहन जीएसटी दरों में कटौती लागू होने के बाद बिके हैं।

नवरात्र में यात्री वाहनों की बिक्री पिछले साल नवरात्र की तुलना में 34.8 प्रतिशत बढ़कर 2,17,744 इकाई पर और दुपहिया की बिक्री 36 प्रतिशत बढ़कर 8,35,364 इकाई पर पहुंच गयी। तिपहिया की बिक्री में 24.5 प्रतिशत और वाणिज्यिक वाहनों में 14.8 प्रतिशत का उछाल देखा गया। यहां तक कि ट्रैक्टरों की बिक्री भी 14.8 प्रतिशत अधुक हुई। फाडा ने उम्मीद जतायी है कि धनतेरस और दिवाली को देखते हुये अक्टूबर में भी वाहनों की बिक्री में मजबूती जारी रहेगी।

सितंबर महीने में सालाना आधार पर वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री में 2.66 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी। ट्रैक्टरों की बिक्री 3.61 प्रतिशत बढ़ी। वहीं, तिपहिया की बिक्री में 7.20 प्रतिशत की गिरावट देखी गयी।

देश में वाहनों की कुल बिक्री सितंबर में एक साल पहले की तुलना में 5.22 फीसदी बढ़कर 18,27,337 पर पहुंच गयी। हालांकि यह अगस्त 2025 में बेचे गये 19,64,547 वाहनों की तुलना में 6.98 प्रतिशत कम है।

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