श्रीगंगानगर , नवम्बर 26 -- राजस्थान में श्रीगंगानगर में पुलिस ने भोले-भाले और गरीब व्यक्तियों के म्यूल बैंक अकाउंट खुलवाकर करोड़ों रुपए की साइबर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करके तीन युवकों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस अधीक्षक डॉक्टर अमृता दुहन ने बुधवार को पत्रकारों को बताया कि इनसे 21 लाख रुपए की नकद राशि, 21 किलो 514 ग्राम चांदी, दो लग्जरी गाड़ियां, 90 चेक बुक, 13 पासबुक, 64 एटीएम एवं डेबिट कार्ड, 44 लूज एक्टिव सिम कार्ड, कई व्यक्तियों के आधार, पैन और जन आधार कार्ड, 12 रबर स्टैंप (मोहरें), 23 बिल बुक एवं रजिस्ट्रेशन बुक, एक लैपटॉप, फर्जी कंपनियों के वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) नंबर वाली मोहरें और कई दस्तावेज बरामद किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी चंद्रकुमार बंसल (29), संदीप चौहान (25) और दीपक (25) श्रीगंगानगर के निवासी हैं। कल देर रात जवाहरनगर थाना क्षेत्र में पुलिस दल ने दो कारों में सवार इन तीनों को गिरफ्तार किया। उक्त सारा सामान इन युवकों की गाड़ियों से ही बरामद हुआ है।
डॉ. दुहन ने बताया कि आरोपी चंद्रकुमार हवाला, ऑनलाइन गेमिंग और फर्जी खातों से जुड़े लेन-देन का प्रबंधन करता था। वहीं, संदीप चौहान और दीपक गरीब और भोले-भाले व्यक्तियों के बैंक खाते खुलवाते थे। बैंक खाते खुलवाने के लिए पहले उनका सिम कार्ड जारी करवाते थे, फिर इस सिम को बैंक खातों से लिंक करके बैंक से मिलने वाली चेक बुक, पासबुक और एटीएम आदि दस्तावेजों की पूरी किट चंद्रकुमार को सौंप देते थे। खाते खुलवाने वाले भोले-भाले और गरीब व्यक्तियों को यह गिरोह शुरुआत में 10-15 हजार रुपए का लालच देता था, लेकिन जब ठगी बड़े स्तर पर होने लगी तो ऐसे म्यूल बैंक अकाउंट खुलवाने के लिए 50 हजार रुपए तक देने लगे।
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