नयी दिल्ली, सितंबर 27 -- इंडियन ऑयल नई दिल्ली विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में पहले दिन शनिवार को अठारह वर्षीय भारतीय बिना भुजाओं वाली तीरंदाज शीतल देवी और पुरुषों की ऊंची कूद टी63 स्पर्धा में में स्वर्ण पदक जीते।
आज यहां हुए नेहरु स्टेडियम में हुए मुकाबले में शैलेश कुमार ने पुरुषों की ऊँची कूद टी63 स्पर्धा के फ़ाइनल में स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने अपने व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन में सुधार करते हुए 1.91 मीटर की छलांग लगाकर नया व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया।
पदक जीतने के बाद शेलेश कुमार ने कहा, "हम यहाँ 10 दिन पहले आ गए हैं और घरेलू दर्शकों के सामने पदक (स्वर्ण) जीतकर अच्छा लग रहा है। लक्ष्य हमेशा बड़ा था, लेकिन मैं अपने प्रदर्शन से खुश हूँ और अगली चैंपियनशिप में और बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद कर रहा हूँ।"भारत के वरुण सिंह भाटी ने 1.85 मीटर की छलांग लगाकर तीसरा स्थान हासिल किया। इसके अलावा, इस स्पर्धा में भारत के तीसरे प्रतियोगी राहुल, अपना नया व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के बावजूद, पदक से चूक गए और चौथे स्थान पर रहे।
इस बीच, दीप्ति जीवनजी ने महिलाओं की 400 मीटर टी20 स्पर्धा के फाइनल में दूसरा स्थान हासिल करके देश का नाम रोशन किया। उन्होंने 55.16 सेकंड का समय निकालकर पिछले सीज़न का अपना सर्वश्रेष्ठ समय 58.35 सेकंड तोड़ा, जो उन्होंने सुबह क्वालीफाइंग दौर में बनाया था। इससे पहले पेरिस पैरालिंपिक 2024 में उन्होंने 55.82 सेकंड का समय निकालकर कांस्य पदक जीता था।
राकेशभाई भट्ट और श्रेयांश त्रिवेदी ने पुरुषों की 100 मीटर टी37 स्पर्धा के फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है। गुजरात के एथलीट राकेशभाई पहले राउंड की पहली हीट में 11.62 सेकंड का समय लेकर तीसरे स्थान पर रहे और अपना नया व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया।
उत्तर प्रदेश के श्रेयांश त्रिवेदी ने पहले राउंड की हीट 3 में दूसरा स्थान हासिल किया और 11.94 सेकंड के समय के साथ अपना नया व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी किया।
ब्राजील के गोम्स डी मेंडोंका रिकार्डियो ने तीनों हीट में अपना दबदबा बनाते हुए 11.25 सेकंड का नया चैंपियनशिप रिकॉर्ड बनाया।
सभी आठ योग्य एथलीट 28 सितंबर 2025 को होने वाले फाइनल में पदक के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगे।
पुरुषों की शॉटपुट एफ37 स्पर्धा के फाइनल में, भारतीय एथलीट मनु 13.43 मीटर के थ्रो के साथ नौवें स्थान पर रहे, जो उनके 14.09 मीटर के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से कम था।
कंचन लखानी ने महिला डिस्कस थ्रो एफ53 फ़ाइनल में 9.68 मीटर के थ्रो के साथ पाँचवाँ स्थान हासिल किया, जो इस सीज़न का उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था, लेकिन उनके व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ 10.06 मीटर से कम था।
वहीं अठारह वर्षीय भारतीय बिना भुजाओं वाली तीरंदाज शीतल देवी ने शनिवार को यहां तुर्किये की विश्व नंबर वन ओजनूर क्यूर गिर्डी को 146-143 से हराकर पैरा विश्व तीरंदाजी चैंपियनशिप में महिलाओं की कंपाउंड व्यक्तिगत वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया।
इससे पहले उन्होंने टोमन कुमार के साथ मिलकर कंपाउंड स्पर्धा में ग्रेट ब्रिटेन की जोडी ग्रिनहैम और नाथन मैकक्वीन को 152-149 से हराकर मिश्रित टीम स्पर्धा का कांस्य पदक जीता था।
कंपाउंड महिला ओपन टीम स्पर्धा में, शीतल और सरिता ने फाइनल में तुर्की से हारने के बाद रजत पदक जीता।
व्यक्तिगत फाइनल में शीतल ने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया और संयम से निशाना साधा। पहला राउंड 29-29 से बराबरी पर था लेकिन शीतल ने दूसरे राउंड में तीन 10-10 शॉट लगाकर शुरुआती बढ़त हासिल की और 30-27 से जीत हासिल की।
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