मुरादाबाद, सितंबर 27 -- एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल फॉर हैंडीक्राफ्ट्स अध्यक्ष डॉ नीरज खन्ना ने कहा कि नोएडा में उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो (यूपीआईटीएस) प्रदेश की हस्तशिल्प कला और शिल्पकारों को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने का महत्वपूर्ण मंच है।

डॉ खन्ना ने बताया कि ईपीसीएच का लक्ष्य है कि हमारे निर्यातक और शिल्पकार इस मंच का लाभ उठाकर अंतरराष्ट्रीय बाजार में अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज कराएं। निर्यातकों और शिल्पकारों को न ई संभावनाओं से जोड़ने के लिए भारतीय हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद कृतसंकल्प है। इस वर्ष हाल संख्या 15 में सदस्य निर्यातकों और हाल संख्या 11 में विकास आयुक्त ( हस्तशिल्प) कार्यालय द्वारा नामित 20 शिल्पकारों सहित भागीदारी निभा रहे हैं।

डॉ खन्ना ने कहा कि भारत की डिजाइन क्षमता, शिल्प समूहों को न केवल जोड़ता है बल्कि उत्पाद नवाचार, विश्वनीय डिलीवरी को एक ही छत के नीचे प्रोत्साहित करता है। इससे खरीददार हमारे इकोसिस्टम से जुड़ते हैं जो कारीगर,कला की गहराई और उसकी विविधता को समझते हैं।

भारतीय हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद ( ईपीसीएच) अध्यक्ष डॉ नीरज खन्ना ने बताया कि तीसरे उत्तर प्रदेश अंतरराष्ट्रीय व्यापार शो (यूपीआईटीएस) नोएडा में 20 निर्यातकों की भागीदारी से गृहसज्जा, उपहार, घरेलू वस्त्र,रसोई के सामान सहित अन्य घरेलू उत्पाद आदि प्रदर्शित किए गए। वहीं अपनी विधा के धुरंधर हुनरमंद 20 शिल्पकारों, कारीगरों द्वारा मैसूर के चन्नापटना खिलौने, कोलकाता की हस्त निर्मित जूट उत्पाद और वस्त्र, जयपुर से कठपुतली, जम्मू-कश्मीर से पेपर माचे, वाराणसी से काष्ठ कला कौशल के खिलौने और सीतापुर से लकड़ी के उत्पादों समेत मुरादाबाद, सहारनपुर तथा फिरोजाबाद, आगरा तक भारतीय पारंपरिक शिल्प उत्पादों का प्रदर्शन किया गया।

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