देहरादून 31अक्टूबर (वार्ता) उत्तराखंड की आबकारी आयुक्त अनुराधा पाल ने देहरादून जिले के ऋषिकेश के ढाल वाला क्षेत्र में हाल ही में हुई हत्या की आड़ में शराब की दुकान के खिलाफ उभरे विरोध को 'प्रायोजित आंदोलन' करार दिया है।
सुश्री पाल का कहना है कि ढाल वाला क्षेत्र में हुई हत्या की घटना का इस शराब की दुकान का कोई लेना-देना नहीं है। उसके बावजूद वहां जबरदस्ती कुछ संगठन दुकान के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं।
शुक्रवार को सचिवालय भवन स्थित कार्यालय में उन्होंने बताया कि अपराध की जांच से ध्यान भटकाने के लिए जानबूझकर वैध मदिरा की दुकानों को भी निशाना बनाया जा रहा है।
आयुक्त के अनुसार संगठित विरोध प्रदर्शनों के चलते प्रदेश के नौ जिलों में कुल 41 शराब की दुकाने बंद पड़ी है। इससे राज्य सरकार को करीब 200 करोड़ का आबकारी राजस्व और आठ करोड रुपए वेट का नुकसान उठाना पड़ रहा है।
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