गुजरात वीजीआरसी सेमिनारमेहसाणा , अक्टूबर 10 -- उत्तर गुजरात के मेहसाणा के खेरवा गांव में स्थित गणपत विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित वाइब्रेंट गुजरात रीजनल कॉन्फ्रेंस (वीजीआरसी) के दूसरे दिन शुक्रवार को राज्य के वित्त मंत्री कनुभाई देसाई की अध्यक्षता में उत्तर गुजरात के आर्थिक क्षेत्र के लिए तैयार किए गए आर्थिक मास्टर प्लान पर सेमिनार और पैनल चर्चा का आयोजन किया गया।

श्री देसाई ने इस अवसर कहा कि यह मास्टर प्लान गुजरात के 33 जिलों में संतुलित क्षेत्रीय विकास के माध्यम से राज्य की अर्थव्यवस्था के आकार को मौजूदा 280 अरब डॉलर (वित्तीय वर्ष 2023) से बढ़ाकर 3.5 लाख करोड़ डॉलर से अधिक तक पहुंचाने के महत्वाकांक्षी लक्ष्य को हासिल करने का रोडमैप है।

उन्होंने कहा कि इस मास्टर प्लान के अंतर्गत उत्तर गुजरात में स्मार्ट इंडस्ट्रियल पार्क बनेगा, नए निवेशक आएंगे और लोगों के जीवन स्तर में भी सुधार होगा। इतना ही नहीं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 2047 तक भारत को विकसित बनाने के स्वप्न को साकार करने में यह मास्टर प्लान काफी उपयोगी सिद्ध होगा।

गुजरात राज्य इंस्टीट्यूशन फॉर ट्रांसफॉर्मेशन (ग्रिट) की एग्जीक्यूटिव कमेटी की चेयरमैन सह मुख्य कार्यकारी अधिकारी एस. अपर्णा ने कहा कि गुजरात के ऐतिहासिक और आर्थिक दृष्टिकोण से छह महत्वपूर्ण एवं मुख्य आर्थिक क्षेत्रों के लिए मास्टर प्लान तैयार किया गया है। इन क्षेत्रों में उत्तर गुजरात, कच्छ, मध्य गुजरात, सौराष्ट्र, तटीय सौराष्ट्र और सूरत शामिल हैं। बता दें कि मुख्यमंत्री ने वीजीआरसी के पहले दिन यानी गुरुवार को राज्य के छह मुख्य आर्थिक क्षेत्रों के लिए तैयार किए गए क्षेत्रीय आर्थिक मास्टर प्लान (रीजनल इकोनॉमिक मास्टर प्लान) का अनावरण किया था।

उत्तर गुजरात के आर्थिक विकास के लिए तैयार किए गए मास्टर प्लान की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि बनासकांठा, पाटण, मेहसाणा, साबरकांठा, अरवल्ली और गांधीनगर को कवर करते हुए तैयार किए गए इस मास्टर प्लान में 23 से 24 लाख करोड़ रुपए का अनुमानित पूंजी निवेश किया जाएगा। इस निवेश के अंतर्गत सवा पांच लाख करोड़ रुपए का निवेश राज्य सरकार की ओर से किया जाएगा, जबकि अन्य पूंजी निवेश निजी कंपनियां, संस्थानों और इंडस्ट्रीज से लाया जाएगा। इस प्लान के माध्यम से उत्तर गुजरात में ।.20 करोड़ नए रोजगार के अवसर सृजित होंगे।

इस प्लान के जरिए उत्तर गुजरात की आर्थिक प्रगति को एक नई गति मिलेगी। इसके अलावा, पूंजी निवेश के अनेक अवसर प्राप्त होंगे, रोजगार के अवसर पैदा होंगे और जीवन की गुणवत्ता में भी सुधार होगा।

इस अवसर पर नीति आयोग की प्रमुख आर्थिक सलाहकार अन्ना रॉय ने उत्तर गुजरात के आर्थिक विकास को लेकर तैयार किए गए मास्टर प्लान की सराहना की और राज्य सरकार एवं ग्रिट के कार्यों की प्रशंसा कर उन्हें बधाई भी दी।

सामान्य प्रशासन विभाग में सचिव (योजना) आर्द्रा अग्रवाल और ग्रिट की श्रुति चरण और उद्योगपतियों सहित इस अवसर पर कई निवेशक मौजूद रहे।

उल्लेखनीय है कि आर्थिक वृद्धि का लाभ युवाओं को मिले, यह सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक क्षेत्र में उद्योगों के सहयोग से रीजनल स्किलिंग सेंटर्स और सेंटर्स ऑफ एक्सीलेंस (ग्रीन स्किल्स, ब्लू इकोनॉमी, लॉजिस्टिक्स और एआई एकेडमी आदि) स्थापित किए जाएंगे। इन योजनाओं और आर्थिक गतिविधियों से राज्य के युवाओं के लिए लगभग 2.80 करोड़ नए रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। इस प्रकार, ये क्षेत्रीय मास्टर प्लान हरेक क्षेत्र की स्थानीय उत्पादन क्षमताओं के अनुरूप फ्यूचरिस्टिक सेक्टर को लक्ष्य बनाएंगे।

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