पटना, सितम्बर 27 -- विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर आज बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम की ओर से भव्य परिचर्चा और सेमिनार का आयोजन किया गया।
इस आयोजन का उद्देश्य बिहार के पर्यटन क्षेत्र को नई पहचान दिलाना और इसे वैश्विक स्तर पर प्रस्तुत करना रहा।इस अवसर पर बिहार पर्यटन निगम के निदेशक नंदकिशोर ने आज यहां आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि सरकार बिहार के ऐतिहासिक स्थलों को संरक्षित करने के साथ-साथ आधुनिक पर्यटन अवसंरचना विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
इसके साथ ही पर्यटन के थीम "पर्यटन और सतत् परिवर्तन" पर स्टेक फोल्डर के बारे में चर्चा की।इस परिचर्चा में होटल प्रबंधक, उद्योग जगत से टूर ऑपरेटर, पर्यटन संघ के साथ पर्यटन जागरूकता बढ़ाने और छोटे-छोटे पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने के साथ-साथ समाज और संस्कृति में पर्यटन जागरूकता लाने पर विचार व्यक्त किया गया।
इस अवसर पर बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम की स्वयं संचालित परिसम्पत्ति प्री-पेड, टैक्सी काउण्टर, पटना एयरर्पोट, एम भी कौटिल्या विहार जलयान, आकाशीय रज्जू पथ रोपवे राजगीर, आकाशीय रज्जू पथ रोपवे, मंदार बांका, प्रकाश कुंज के साथ होटल में आने वाले पर्यटको को विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर (27 सितंबर) एक दिन के लिए निर्धारित टैरिफ पर दस प्रतिशत की छुट निगम की ओर से दिया गया है। इसके साथ पटना एयरपोर्ट से आनेवाले देशी-विदेशी पर्यटकों को बिहार स्टेट टूरिज्म डेवलपमेंट कॉ लि, पटना के तरफ से एक गुलाब का फूल भेंट कर स्वागत किया गया।
कार्यक्रम में पर्यटन विकास निगम के वरिष्ठ अधिकारियों, पर्यटन विशेषज्ञों, शिक्षाविदों, शोधकर्ताओं ने भाग लिया। वक्ताओं ने बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर, ऐतिहासिक स्थलों, धार्मिक पर्यटन केंद्रों और लोक कला की महत्ता पर विस्तार से चर्चा की।
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