चेन्नई, सितंबर 26 -- केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा है कि विशाखापट्टनम स्थित भारतीय समुद्री विश्वविद्यालय (आईएमयू) परिसर में 305 करोड़ रुपये की लागत से एक भारतीय जहाज प्रौद्योगिकी केंद्र (आईएसटीसी) की स्थापना की जायेगी।

श्री सोनोवाल ने शुक्रवार को आईएमयू परिसर में दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि यह केंद्र भारतीय जहाज निर्माण क्षेत्र की क्षमताओं के समग्र विकास के लिये एक जिम्मेदार एजेंसी होगा।

उन्होंने कहा कि आईएसटीसी जहाज निर्माण उद्योग के लिए एक साझा मंच प्रदान करेगा। केंद्र साझा सुविधाओं तक हमारी पहुंच बढ़ाकर कर्मियों को कुशल बनाएगा और जहाज डिजाइन, अनुसंधान एवं विकास, इंजीनियरिंग क्षमताओं आदि के लिए एक उत्पादक इकोसिस्टम का निर्माण करेगा।

श्री सोनोवाल ने कहा, "आईएसटीसी जहाज प्रौद्योगिकी में हमारे राष्ट्र की आत्मनिर्भरता का एक नया अध्याय है।"मंत्री ने कहा कि इस वर्ष के केंद्रीय बजट में कई साहसिक पहलों की घोषणा की गई है, जो देश के समुद्री क्षेत्र के तीव्र विकास को प्रोत्साहन प्रदान करती हैं। उन्होंने कहा कि केंद्रीय बजट के इतिहास में समुद्री क्षेत्र को इतना बढ़ावा पहले कभी नहीं दिया गया था। कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल ने जहाज निर्माण में परिवर्तन और एक मजबूत प्रतिस्पर्धी समुद्री इकोसिस्टम के निर्माण के लिए एक त्रि-आयामी रणनीति को मंजूरी दी है। श्री सोनोवाल ने कहा यह भारत के समुद्री क्षेत्र के स्वर्णिम युग में प्रवेश का एक संकेत है।

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