, Dec. 12 -- द्रमुक के अरुण नेहरू ने कहा कि उड़ान योजना अच्छी है, लेकिन विमानों के रखरखाव, मरम्मत और ओवरहालिंग (एमआरओ) की व्यवस्था अधिक से अधिक शहरों में की जानी चाहिए। इसी के साथ ही उन्होंने उड्डयन क्षेत्र पर एकाधिकार कायम न होने देने और यात्रियों की सुविधाओं एवं सहूलियतों पर विशेष ध्यान की मांग की।
तृणमूल कांग्रेस के सौगत राय ने कहा कि उड्डयन क्षेत्र पर एकाधिकार कायम होने से विमानन मंत्रालय लंगड़ा कर चलने वाला संगठन बन गया है। मंत्रालय का विमान यात्रा के टिकटों पर कोई नियंत्रण नहीं रह गया है। केरल के निवासी विमान किराये का मुद्दा प्राय: उठाते रहते हैं, क्योंकि वहां के बहुत से लोग रोजगार के लिए खाड़ी देशों में जाते हैं। कई बार विमान यात्रा के किराये इतने अधिक होते हैं कि कामगारों का एक साल का वेतन स्वदेश आने में ही खर्च हो जाता है।
श्री राय ने हाल ही के इंडिगो संकट का जिक्र करते हुए कहा कि सैकड़ों-हजारों यात्री उड़ानें रद्द होने से हवाई अड्डों पर फंस गये। अपना सामान वापस पाने में भी उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। इसके बावजूद संबंधित एयरलाइन को अभी तक कोई कड़ा दंड नहीं दिया गया। इस संकट के दौरान यात्री किराये एक लाख रुपये तक पहुंच गये थे।
इसी बीच, कांग्रेस के के. सी. वेणुगोपाल ने कहा कि इंडिगो संकट एक घोटाला था, जिसकी जांच की जानी चाहिए।
श्री राय ने श्री वेणुगोपाल की बात से सहमति जताते हुए कहा कि यह घोटाला ही था, इसकी जांच की जानी चाहिए और जांच निष्कर्ष से सदन को अवगत कराया जाना चाहिए।
उन्होंने आरोप लगाया कि पूरे के पूरे क्षेत्र एक ही उद्योगपति को दिये जा रहे हैं, इससे एकाधिकार कायम हो रहा है। सारे हवाई अड्डे एक ही उद्योगपति को दिये जा रहे हैं।
भाजपा के जगदम्बिका पाल ने कहा कि विमानन क्षेत्र के मामले नागरिकों के अधिकार से जुड़े हैं, नागरिकों के भविष्य से जुड़े हैं। विमानन कंपनियों को किराया बढ़ाने की आजादी है, तो नागरिकों के प्रति उनकी कुछ जिम्मेदारियां भी हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की नीतिगत भूलों के कारण विमानन क्षेत्र पूरी तरह से निजी क्षेत्र के हाथों में चला गया।
राष्ट्रीय लोकदल के चंदन चौहान ने कहा कि हाल के इंडिगो संकट के दौरान यह देखने को मिला कि मोदी सरकार किसी तरह के ब्लैक मेलिंग बर्दाश्त नहीं करती। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और नागरिक उड्डयन मंत्री के राम मोहन नायडू पर पूरा भरोसा जताते हुए कहा कि वह विमानन क्षेत्र पर कोई संकट आने नहीं देंगे और यात्रियों की जरूरतों को पूरा करेंगे।
श्री चौहान ने कहा कि विमानन क्षेत्र तेजी से बढ़ रहा है और उत्तर प्रदेश में आज 21 एयरपोर्ट हो गये हैं। एक और बड़ा हवाई अड्डा जेवर एयरपोर्ट तैयार हो रहा है।
भाजपा की मालविका देवी ने कहा कि उड़ान जैसी योजना से उनके पिछड़े क्षेत्र ओडिशा के कालाहांडी तक में विमानन सेवायें उपलब्ध हो रही हैं। सरकार ने हाल ही में आये इंडिगो संकट का मुकाबला सामने खड़े होकर किया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार का नारा है सबका साथ, सबका विकास और सबका सफर।
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