उदयपुर , नवम्बर 14 -- राजस्थान के सहकारिता मंत्री गौतम दक ने कहा है कि 'आत्मनिर्भर और विकसित भारत' की संकल्पना में सहकारिता की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।
श्री दक उदयपुर में अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष और जनजातीय गौरव वर्ष पखवाड़ा के तहत सहकारिता विभाग के तत्वावधान में शुक्रवार से शुरू हुए तीन दिवसीय संभाग स्तरीय सहकार मेला एवं 'आदि हाट' को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सब एक के लिए और एक सबके लिए यही सहकारिता की भावना देश को आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर करती है। यह भारत के लिए गर्व का विषय है कि वैश्विक स्तर पर सहकारिता आंदोलन की सूची में पहले स्थान पर अमूल और दूसरे पर भारतीय किसान ऊर्वरक सहकारिता (इफको) है। उन्होंने आज ही चलाये गये सहकार सदस्यता अभियान के दौरान पूरे राज्य में नौ लाख नये लोगों को सहकारिता से जोड़े जाने और 2200 से अधिक नए पैक्स गठित किए जाने की जानकारी दी। उन्होंने अधिकारियों को जिम्मेदारीपूर्वक कार्य करते हुए सहकारी संस्थाओं को सक्रिय करने, उनकी क्षमता बढ़ाने और लाभान्वित करने के दिशा में और अधिक प्रयास करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने भविष्य में सहकार मेलों को जिला स्तर तक आयोजित करने की घोषणा भी की।
कार्यक्रम में सांसद डॉ. मन्नालाल रावत, उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा, समाजसेवी गजपालसिंह और कपासन के पूर्व विधायक बद्रीलाल जाट भी बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे।
सहकार मेले में 40 स्टॉल्स लगायी गयी हैं। इसमें सहकारी संस्थाओं के उत्पादों के साथ ही वन धन केंद्रों के उत्पादों को भी शामिल किया गया है। श्री दक सहित सभी अतिथियों ने स्टॉल्स का अवलोकन करके उत्पादों की जानकारी ली।
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