श्रीनगर, सितंबर 30 -- लेह में जारी तनाव के बीच मंगलवार को कर्फ्यू में ढील दी गयी।

अधिकारियों ने बताया कि 24 सितंबर को हुई हिंसक झड़पों के बाद एक हफ्ते में दूसरी बार लेह में कर्फ्यू में ढील दी। इस झड़प में चार लोगों की मौत हो गई थी।

उन्होंने बताया कि कर्फ्यू में आज सुबह 10 बजे से दोपहर दो बजे तक ढील दी गई और बाद में इसे शाम छह बजे तक बढ़ा दिया गया।

उन्होंने बताया कि ढील के दौरान स्थिति शांतिपूर्ण रही , दुकानें खुली रहीं और लोग ज़रूरी सामान खरीदने के लिए बाज़ारों में उमड़ पड़े। वरिष्ठ अधिकारी स्थिति पर नज़र रखने के लिए मौके पर मौजूद थे।

हालांकि, ज़िले में मोबाइल इंटरनेट सेवाएँ अभी भी निलंबित हैं। गृह मंत्रालय ने जन सुरक्षा और संरक्षा संबंधी चिंताओं का हवाला देते हुए तीन अक्टूबर तक लेह में मोबाइल इंटरनेट पूरी तरह बंद करने का आदेश दिया है।

लेह में पिछले बुधवार की हिंसा के बाद से तनाव बना हुआ है, जिसमें जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक और कई अन्य लोगों की गिरफ़्तारी भी हुई थी।

इस हिंसा ने केंद्र और लद्दाख को छठी अनुसूची में शामिल करने और राज्य का दर्जा देने की मांग कर रहे समूहों के बीच चल रही बातचीत प्रक्रिया पर ग्रहण लगा दिया है।

लेह एपेक्स बॉडी (एलएबी) के हटने के एक दिन बाद कारगिल डेमोक्रेटिक अलायंस (केडीए) ने भी आज केंद्र सरकार के साथ छह अक्टूबर को होने वाली वार्ता से हटने की घोषणा की।

दोनों समूहों ने बातचीत फिर से शुरू करने के लिए कुछ पूर्व शर्तें रखी हैं, जिनमें पिछले हफ्ते लेह शहर में हुए विरोध प्रदर्शनों के दौरान नागरिकों की हत्या की न्यायिक जाँच, हिरासत में लिए गए सभी लोगों की रिहाई और आंदोलनकारी नेताओं को "राष्ट्र-विरोधी" कहने के लिए माफ़ी शामिल है।

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