अजमेर , अक्टूबर 16 -- राजस्थान में अजमेर के कृष्णगंज थाना पुलिस ने संपत्ति कारोबार से जुड़े लेखराज का शव पुलिस ने गुरुवार को बरामद कर लिया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि मृतक लेखराज के परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट तीन दिन पहले दर्ज करवाई थी। रिपोर्ट में परिजनों ने उसके ही कुछ साथियों पर शक जताते हुए किसी अनहोनी की आशंका भी जताई थी। परिजनों की शिकायत पर तफ्तीश में जुटी पुलिस ने शक के दायरे में लेते हुए एक युवक हरि सिंह को पूछताछ के लिए थाने बुलाया तो हल्की सख्ती में ही वह टूट गया ओर वारदात से पर्दा हट गया।
पुलिस ने बताया कि हरि सिंह से पूछताछ के बाद उसके चार अन्य साथियों को भी हिरासत में ले लिया। बाद में इन पांचो आरोपियों ने लेखराज को मार कर उसे गड्ढे में दबाना कबूल कर लिया। जिस पर पुलिस ने रामगंज थाना क्षेत्र के केसरपुरा ग्राम की पहाड़ियों पर जेसीबी मशीन की मदद से करीब छह फुट गहरे गड्ढे से लेखराज के शव को बाहर निकाल। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल के शवगृह भिजवा दिया।
थाना अधिकारी अरविंद चारण ने बताया कि तीन दिन पूर्व लेखराज घर पर उसके मित्र श्याम सिंह के जन्म दिन की पार्टी में जाना बता कर गया था। लेकिन घर बाप नहीं आने पर जब उसकी तलाश की गई तो उसकी बाइक जनाना अस्पताल के पास झाड़ियों में लावारिस मिली।
उन्होंने बताया कि मृतक और आरोपी श्याम सिंह रावत, हरि सिंह, बीरम सिंह, छगन सिंह, नरेश और बिमल रावत सम्पत्ति कारोबारी हैं। इनके बीच सम्पत्ति को लेकर ही विवाद था। इसके चलते आरोपियों ने लेखराज को जन्मदिन की पार्टी के बहाने बुलाया और उसकी हत्या करके शव दफना दिया।
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