गुवाहाटी, सितंबर 27 -- केंद्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शनिवार को स्वदेशी 4जी स्टैक और एक लाख स्वदेशी बीएसएनएल टावर के लोकार्पण को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि इस स्टैक के जरिये देश का हर कोने तक मोबाइल कनेक्टिविटी पहुंचेगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बीएसएनएल के पूरी तरह स्वदेशी स्टैक का उद्घाटन किया।

श्री सिंधिया ने कहा कि चाहे पूर्वोत्तर के राज्य का पहला गांव हो, वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम से जुड़ा गांव हो या वामपंथी चरमपंथ से प्रभावित जिले हों, चाहे द्वीप हों या जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल और उत्तराखंड के गांव, सभी को हाई स्पीड इंटरनेट से जोड़ा जायेगा और देश के सभी छह लाख 40 हजार गांवों में मोबाइल नेटवर्क पहुंचाया जायेगा।

उन्होंने कनेक्टिविटी के दूरगामी लाभ गिनाते हुए कहा कि असम का युवा इंटरनेट के साथ पूरे विश्व से अपना ज्ञान प्राप्त कर सकता है। अरुणाचल प्रदेश के बुनकर भी वैश्विक बाजार से जुड़ पायेंगे, किसान और अन्नदाता मंडी से जुड़ पायेंगे और मरीज को एक क्लिक पर डॉक्टर की सुविधा मिलेगी।

केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि जब दुनिया में 2जी, 3जी और 4जी तकनीकें आईं, तब भारत विदेशी तकनीक पर निर्भर था। आज बीएसएनएल की मेहनत और विशेषज्ञता ने इसे बदल दिया और भारत को वैश्विक दूरसंचार निर्माण में अग्रणी बना दिया है।

उन्होंने बताया कि 17 वर्ष बाद पहली बार लगातार बीएसएनएल लाभ अर्जित करने लगा है।

उन्होंने कहा कि डिजिटल भारत निधि के तहत लक्षित 27,106 टावरों में से 19,823 को सक्रिय किया गया। इसके माध्यम से 26,327 गांव और लगभग 20 लाख परिवार शिक्षा, स्वास्थ्य और प्रशासन की सुविधा से जुड़ पाये हैं। अगस्त 2025 में इन टावरों के माध्यम से 42,773 टेरा बाइट डेटा का उपयोग हुआ जो प्रति ग्राहक औसतन 21 जीबी मासिक होता है।

श्री सिंधिया ने कहा कि यह नेटवर्क पूरी तरह सॉफ्टवेयर-संचालित, क्लाउड पर आधारित और भविष्य के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि भारत 'वसुधैव कुटुंबकम्' की भावना के साथ इस स्वदेशी तकनीक को अपने मित्र देशों के साथ साझा करेगा।

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