नयी दिल्ली , नवंबर 14 -- उपराष्ट्रपति सी. पी. राधाकृष्णन ने शुक्रवार को रोटरी इंटरनेशनल की सदियों पुरानी विरासत की सराहना की जिसने जन स्वास्थ्य, साक्षरता, स्वच्छ जल की उपलब्धता, पर्यावरण संरक्षण और शांति स्थापना में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
श्री राधाकृष्णन ने आज यहाँ यशोभूमि में रोटरी तेजस - विंग्स ऑफ चेंज कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में देश भर से 1,400 से अधिक रोटरी इंटरनेशनल से जुड़ी हस्तियां, निर्णयकर्ता, प्रभावशाली व्यक्ति और सम्मानित अतिथि सेवा और मानवतावाद के प्रति रोटरी की अटूट प्रतिबद्धता का जश्न मनाने के लिए एकत्रित हुए हैं। उन्होंने रोटरी की सदियों पुरानी विरासत की सराहना की, जिसने जन स्वास्थ्य, साक्षरता, स्वच्छ जल की उपलब्धता, पर्यावरण संरक्षण और शांति स्थापना में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि ये अभूतपूर्व प्रयास सामूहिक सद्भावना और निस्वार्थ सेवा की शक्ति का उदाहरण हैं, जो रोटरी के मिशन का मूल है और भारत के अपने 'सेवा परमो धर्म:' सिद्धांत के साथ गहराई से प्रतिध्वनित होता है।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि 'तेजस' ज्ञान के प्रकाश और करुणा की ऊष्मा का प्रतीक है, जो आधुनिक युग में परिवर्तन और राष्ट्र निर्माण के लिए आवश्यक गुण हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत अभूतपूर्व अवसर और नवाचार के एक महत्वपूर्ण मोड़ पर खड़ा है, जिसका नेतृत्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार कर रही है।
श्री राधाकृष्णन ने रोटरी के मानवीय कार्यों को बढ़ाने में कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) से जुड़ी पहलों के साथ तालमेल की भूमिका को भी स्वीकार किया। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि विकास एक सामूहिक ज़िम्मेदारी है, जो केवल सरकारों से परे होकर नागरिकों, सामुदायिक समूहों और कॉर्पोरेट भागीदारों के निरंतर प्रयास राष्ट्र की नैतिक और सामाजिक पूंजी का निर्माण करते हैं।
उपराष्ट्रपति ने स्वच्छ भारत, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ और हर घर जल जैसे प्रमुख राष्ट्रीय अभियानों में रोटरी की सक्रिय भागीदारी की सराहना करते हुए कहा कि कैसे जमीनी स्तर पर भागीदारी और सार्वजनिक-निजी भागीदारी इन पहलों के प्रभाव को बढ़ाती है।
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