नयी दिल्ली , अक्टूबर 07 -- कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश के रायबरेली में दलित युवक हरिओम वाल्मीकि की पीट-पीटकर मार डालने की घटना को इंसानियत की हत्या करार दिया है।
श्री गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर मंगलवार को इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, "रायबरेली में दलित युवक हरिओम वाल्मीकि की निर्मम हत्या सिर्फ़ एक इंसान की नहीं- इंसानियत, संविधान और न्याय की हत्या है। आज भारत में दलित, आदिवासी, मुसलमान, पिछड़े और ग़रीब-हर उस व्यक्ति को निशाना बनाया जा रहा है, जिसकी आवाज़ कमजोर है, जिसकी हिस्सेदारी छीनी जा रही है, और जिसकी ज़िंदगी सस्ती समझी जाती है।"उन्होंने कहा, " देश में नफ़रत, हिंसा और भीड़तंत्र को सत्ता का संरक्षण मिला हुआ है, जहां संविधान की जगह बुलडोज़र ने ले ली है, और इंसाफ़ की जगह डर ने। मैं हरिओम के परिवार के साथ खड़ा हूं, उन्हें न्याय ज़रूर मिलेगा। भारत का भविष्य समानता और मानवता पर टिका है और यह देश चलेगा संविधान से, भीड़ की सनक से नहीं।"श्री गांधी इस घटना की पहले भी कड़ी निंदा कर चुके हैं और आज वाल्मीकि जयंती पर उन्होंने दोबारा इसे इंसानियत की हत्या बता कर जता दिया है कि कांग्रेस पहले से ही दलितों पर अत्याचार के खिलाफ चल रहे अपने अभियान को और तेज करेगी।
इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे तथा श्री गांधी ने वाल्मीकि जयंती पर आज इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए देश भर में इसके खिलाफ मिलकर लड़ाई लड़ने का आह्वान किया है।
उन्होंने कहा कि बाबा साहब डॉ. भीमराव आम्बेडकर के सपनों का भारत और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 'वैष्णव जन' का भारत सामाजिक न्याय, समानता और संवेदना का भारत है, जिसमें ऐसे अपराधों के लिए कोई स्थान नहीं है। मानवता ही एकमात्र रास्ता है। कांग्रेस समाज के वंचित और कमजोर तबकों के सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि पूरे देश में दलित, अल्पसंख्यक और ग़रीब के खिलाफ अपराधों की घटनायें बहुत ज़्यादा बढ़ चुकी हैं। यह हिंसा सबसे अधिक उन्हीं पर होती है, जो वंचित हैं, बहुजन हैं, जिनकी न पर्याप्त हिस्सेदारी है, न प्रतिनिधित्व है।
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