रायपुर , नवंबर 04 -- छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने छत्तीसगढ़ की स्वास्थ्य व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाते हुए कहा कि राज्य में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह बदहाल हो चुकी हैं और सरकारी अस्पतालों की स्थिति चिंताजनक है।

श्री बैज ने यह भी आरोप लगाया कि प्रदेश अब नकली और अमानक दवाओं का केंद्र बन गया है, जहां राजधानी रायपुर सहित मेडिकल कॉलेजों और जिला अस्पतालों में लगातार नकली दवाएं मिल रही हैं।

उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में मरीजों को समुचित इलाज नहीं मिल पा रहा है। रायपुर के मेकाहारा अस्पताल में हालात इतने खराब हैं कि एक बेड पर दो प्रसूताओं को बच्चों सहित लिटाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री व्यवस्था सुधारने की बजाय उस पर पर्दा डालने का प्रयास कर रहे हैं।

कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि सरकार द्वारा वितरित की जा रही कई दवाएं अमानक, नकली और फफूंदयुक्त हैं। छोटे बच्चों को दी जाने वाली कृमिनाशक दवाओं से लेकर गर्भवती महिलाओं को दी जाने वाली आयरन और फोलिक एसिड की गोलियां तक, सबमें गुणवत्ता की भारी कमी है। कई अस्पतालों में फफूंद लगे ग्लूकोज बोतल चढ़ाने से मरीजों की तबीयत बिगड़ी है। पेरासिटामोल, सर्जिकल ब्लेड, एल्बेंडाजोल और प्रेगनेंसी किट जैसी सामग्रियों तक में गड़बड़ियां सामने आई हैं।

उन्होंने सवाल उठाया कि जिन दवा कंपनियों पर अन्य राज्यों में प्रतिबंध लगाया गया है, उनकी वही दवाएं छत्तीसगढ़ में कैसे बेची जा रही हैं? उन्होंने कहा कि सरकार ने डॉक्टरों और अस्पतालों से आई शिकायतों के बावजूद सप्लायर कंपनियों पर कोई कार्रवाई नहीं की।

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