देहरादून, सितम्बर 23 -- उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेवानिवृत्त) ने मंगलवार को राजीव गांधी नवोदय विद्यालय, देहरादून से शिक्षा विभाग की अभिनव पहल ''शिक्षा की बात'' कार्यक्रम का शुभारंभ किया और दूरस्थ क्षेत्र के बच्चों से सीधे संवाद किया। इस दौरान चमोली, टिहरी, पिथौरागढ़ आदि से छात्र-छात्राओं ने उनसे करियर को लेकर सवाल पूछे। राज्यपाल ने अपने अनुभवों के आधार पर बच्चों की जिज्ञासाओं को शांत किया और उन्हें सफलता के मंत्र बताए। उन्होंने कहा कि ''शिक्षा की बात'' शिक्षा विभाग की दूरदर्शी और सराहनीय पहल है, जो बच्चों के भविष्य को नई दिशा देगी। उन्होंने कहा कि आज के समय में तकनीक का सही उपयोग करना बहुत जरूरी है और शिक्षा के क्षेत्र में यह बच्चों को समान अवसर देने का एक प्रभावी माध्यम है। शिक्षा विभाग द्वारा तकनीक का सही उपयोग किया जाना सराहनीय है। उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि वे बड़े सपने देखें और उन्हें पूरा करने के लिए संकल्प लें। उन्होंने कहा कि सपनों को सच करने के लिए अतिरिक्त प्रयास करना जरूरी है और यही सफलता की कुंजी है। राज्यपाल ने छात्र-छात्राओं से कहा कि उनकी सोच और उनका योगदान विकसित भारत के निर्माण में बहुत अहम है। उन्होंने विद्यार्थियों से माता-पिता का सम्मान करने, अपनी संस्कृति और परंपराओं को संजोने और राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्यों को निभाने की अपील की। साथ ही बच्चों को नशे से दूर रहने की सलाह दी और शिक्षकों से कहा कि वे विद्यार्थियों को इस चुनौती से बचाने में मार्गदर्शन करें। शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने राज्यपाल का धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने बताया कि प्रत्येक महीने किसी न किसी ऐसे व्यक्तित्व को संवाद के लिए आमंत्रित किया जाएगा, जिससे बच्चों को मार्गदर्शन और प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने बताया कि अगले महीने मुख्यमंत्री को आमंत्रित किया जाएगा।

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