जयपुर , नवम्बर 12 -- राजस्थान में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम (एसआईआर-2026) के तहत गणना प्रपत्र वितरण का आंकड़ा नौवें दिन 4.25 करोड़ के पास पहुंच गया है और राज्य के 78 प्रतिशत मतदाताओं तक गणना प्रपत्र पहुंच चुके हैं, जिससे अभियान ने एक नया मुकाम हासिल कर लिया है।

राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने बताया कि अब तक के आंकड़ों के अनुसार झालावाड़ एवं चित्तौड़गढ़ जिले 90 प्रतिशत से अधिक वितरण के साथ लगातार अग्रणी बने हुए हैं वहीं झुंझुनूं जिला 66.2 प्रतिशत के साथ सबसे नीचे है। अब राज्य में केवल पांच जिले झुंझुनूं, भरतपुर, सवाई माधोपुर, कोटा एवं डीडवाना- कुचामन 70 प्रतिशत से कम वितरण वाले बचे हैं। विधानसभा क्षेत्रों में झालरापाटन 99.4 प्रतिशत एवं डग 97.3 प्रतिशत वितरण के साथ शीर्ष पर है। इस सूची में भरतपुर विधानसभा क्षेत्र 49.2 एवं सादुलशहर विधानसभा क्षेत्र 52.5 प्रतिशत वितरण के साथ सबसे पीछे चल रहे हैं।

श्री महाजन ने बताया कि भरे हुए गणना प्रपत्रों के डिजिटाइजेशन का कार्य भी तेजी से चल रहा है। अब तक 11.30 लाख गणना फॉर्म ईसीआईनेट पर डिजिटाइज किए जा चुके हैं। डिजिटाइजेशन में बाड़मेर, भरतपुर एवं झालावाड़ सबसे आगे है जबकि बीकानेर, चुरू एवं टोंक में इसकी गति धीमी है।विधानसभा क्षेत्रों में देखें तो बाड़मेर सबसे आगे एवं दातारामगढ़ सबसे पीछे है।

उन्होंने सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देशित किया कि डिजिटाइजेशन की गति और बढ़ाई जाए तथा बीएलओ को तकनीकी सहयोग उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत निर्वाचन आयोग स्वयं इस अभियान की नियमित मॉनिटरिंग कर रहा है, और पिछड़ने वाले जिलों के निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों (EROs) को कार्य में सुधार के लिए सख्त निर्देश जारी किए गए हैं। जोधपुर जिले में हुए कार्य की गति में बढ़ोतरी पर संतोष जाहिर किया।

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