जयपुर , नवम्बर 20 -- राजस्थान में मुख्य सचिव वी. श्रीनिवास ने गुरुवार को शासन सचिवालय में स्थित राजस्थान संपर्क एवं मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 181 के संचालन केंद्र का निरीक्षण किया।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इस दौरान श्री श्रीनिवास ने विभिन्न डेस्क पर जाकर स्वयं हेल्पलाइन की कार्यप्रणाली का गहन अवलोकन किया और वहां उपस्थित अधिकारियों-कर्मचारियों को त्वरित निस्तारण एवं बेहतर सेवा प्रदायगी के लिए आवश्यक सुझाव दिए।
उन्होंने हेल्पलाइन को 'नेक्स्ट जेन राजस्थान सम्पर्क' के रूप में विकसित करने के निर्देश देते हुए कहा कि जन शिकायतों के और त्वरित एवं प्रभावी निस्तारण के लिए विभिन्न कदम उठाए जाएं। आमजन की हर शिकायत को गंभीरता से लिया जाए और राजस्थान संपर्क को देश की सबसे प्रभावी एवं नागरिक-केंद्रित हेल्पलाइन बनाने का गौरव हासिल किया जाए।
श्री श्रीनिवास ने निर्देश दिए कि प्रत्येक महीने विभागवार शिकायतों का डेटा तैयार करके संबंधित विभागों के सचिवों को भेजा जाए, ताकि निस्तारण प्रक्रिया और तेज हो सके। प्रत्येक सचिव प्रतिदिन कम-से-कम 10 लंबित शिकायतों की व्यक्तिगत समीक्षा करें और उसकी रिपोर्ट संबंधित मंत्रीगण को भेजें। विभागों में शिकायत निवारण के लिये नियुक्त नोडल अधिकारियों की समीक्षा बैठक मुख्य सचिव स्तर पर नियमित रूप से होगी।
उन्होंने निर्देश दिए कि हर महीने एक बार 'राजस्थान संपर्क दिवस' मनाया जाए, जिसमें डिजिटल माध्यमों से आमजन से सीधा संवाद किया जाए। साथ ही ई-मित्र या सामान्य सेवा केंद्र (सीएससी) ग्राम स्तरीय उद्यमी के जरिए भी मुख्य सचिव स्तर पर जनता से जुड़ने की व्यवस्था रहेगी। शिकायत निस्तारण में कृत्रिम बुद्धमत्ता (एआई) का अधिकाधिक उपयोग हो, जिससे मानव संसाधन का सही इस्तेमाल हो और निस्तारण में तेजी आए। इसके लिए भारतीय प्रौद़योगिकी संस्थान (आईआईटी) जोधपुर और मालवीय राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थ् एमएनआईटी जयपुर से संपर्क करके अत्याधुनिक तकनीक को शामिल करने की कार्रवाई की जाए। साथ ही राजस्थान संपर्क पोर्टल पर चैटबॉट को और अधिक प्रभावी बनाया जाए।
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