, Nov. 1 -- श्री चौधरी ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता लालू यादव के 15 साल के शाषण में 94 हजार लोगों को सरकारी नौकरियां दी गई थी, जबकि पिछले 20 साल में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली राजग सरकार ने साढ़े 18 लाख सरकारी नौकरियां दी हैं। उन्होंने कहा कि 2020 में राजग सरकार ने 10 लाख सरकारी नौकरी और 10 लाख रोजगार देने का वादा किया था। पिछले पांच साल में राजग सरकार ने साढ़े 11 लाख सरकारी नौकरियां और 41 लाख रोजगार दिए हैं।उन्होंने कहा कि यदि राजग सरकार बनती है, तो एक करोड़ सरकारी नौकरी और रोजगार देने का संकल्प पूरा करेंगे।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2005 में जब नीतीश कुमार की सरकार बनी तो बेटियों को स्कूल भेजने के लिए साइकिल और पोशाक योजना शुरू की गई। उन्हें 10 हजार, 25 हजार और 50 हजार रुपये की छात्रवृति देकर पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित किया गया। बेटियां पढ़-लिख गईं तो उन्हें सरकारी नौकरियों में 33 प्रतिशत आरक्षण दिया गया और अब उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए, उन्हें व्यवसाय के लिए दो लाख रुपये तक की सहायता दे रही है।
श्री चौधरी ने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता लालू यादव को जब मौका मिला तो उन्होंने अपनी पत्नी को मुख्यमंत्री बनाकर अपने परिवार का आरक्षण दिया। किसी गरीब की बेटी का हक मारकर अपनी बेटी को डॉक्टर बनाया, मौका मिला तो बेटे को उपमुख्यमंत्री और अब कांग्रेस को डरा-धमकाकर मुख्यमंत्री का उम्मीदवार बनावाया है।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि राजग सरकार ने बिहार की बेटियों और गरीबों के हित में जो योजनाएं शुरू की हैं, उन्हें कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने कहा कि राजद वाले झूठ फैला रहे हैं कि ये पैसे वापस लिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि वे उन्हें आश्वस्त करते हैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के रहते कोई ये पैसा उनसे नहीं छीन सकता है। उन्होंने जनता से अपील की कि बिहार ने विकास की रफ्तार पकड़ ली है। अब इस रफ्तार को बनाए रखने के लिए राजग प्रत्याशी को भारी मतों से विजयी बनाकर एक बार फिर प्रचंड बहुमत की सरकार बनायें।
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