मुंबई , अक्टूबर 03 -- महाराष्ट्र में शिवसेना (यूबीटी) सांसद और पार्टी के मुख्य प्रवक्ता संजय राउत ने शुक्रवार को शिवसेना (शिंदे गुट) के नेता रामदास कदम द्वारा शिवसेना संस्थापक बाल ठाकरे के अंतिम संस्कार को लेकर लगाए गए सनसनीखेज आरोपों की कड़ी निंदा की।

उल्लेखनीय है कि श्री कदम ने कल पार्टी की दशहरा रैली को संबोधित करते हुए दावा किया कि उद्धव ठाकरे ने 2012 में बाल ठाकरे के निधन के बाद उनके पार्थिव शरीर को कथित तौर पर उनके उंगलियों के निशान लेने के लिए अपने बांद्रा स्थित आवास 'मातोश्री' में दो दिनों तक रखा था। श्री कदम ने अविभाजित शिवसेना के साथ 50 वर्षों तक काम किया था।

श्री कदम ने श्री उद्धव ठाकरे को चुनौती देते हुए कहा , "उद्धव ठाकरे ने पार्थिव शरीर को दो दिनों तक क्यों रखा, आप आज ही उनके डॉक्टर से पूछ सकते हैं।" उन्होंने यह भी पूछा कि बालासाहेब की वसीयत किसने लिखी और उस पर कब हस्ताक्षर किये गये।

उन्होंने आगे आरोप लगाया कि बालासाहेब की मृत्यु के बाद मनोहर जोशी और दिवाकर रावते सहित वरिष्ठ शिवसेना नेताओं को एकनाथ शिंदे को निशाना बनाने से पहले "खत्म" कर दिया गया।

श्री राउत ने श्री कदम के इन दावों पर आज प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे "बालासाहेब ठाकरे की स्मृति का अपमान" बताते हुए खारिज कर दिया।

उन्होंने कहा "किसी ने रामदास कदम के मुँह में गंदगी भर दी थी और अब वह बाहर आ गई है। मैं बालासाहेब की बीमारी के अंतिम समय तक मातोश्री में था। अब एक दशक से भी ज़्यादा समय बाद ऐसी टिप्पणी करना बालासाहेब का अपमान है। यह पूरी तरह से बेईमानी है।"उन्होंने आगे कहा कि ये दावे निराधार और राजनीति से प्रेरित हैं।

श्री कदम आज अपने आरोपों पर कायम रहे। उन्होंने घटनाओं की पुष्टि के लिए अपना और उद्धव ठाकरे का लाई-डिटेक्टर टेस्ट कराने की माँग की और महाराष्ट्र के लोगों से "वास्तविकता जानने" का आग्रह किया।

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