हमीरपुर , नवम्बर 13 -- उत्तर प्रदेश में हमीरपुर जिले के मौदहा डैम में 89 मेगावाट का फ्लोटिंग सौर उर्जा पावर प्लांट स्थापित किया जायेगा। यह बुन्देलखंड का पहला प्रदेश का दूसरा फ्लोटिंग पावर प्लांट होगा, जिसकी लागत करीब 1421 करोड की बतायी जाती है। प्लांट चारो तरफ तैर तैर कर बिजली का उत्पादन करेगा।
नेडा विभाग परियोजना प्रबंधक आरपी ओझा ने गुरुवार को बताया कि शासन सौर उर्जा का बढावा देने के लिये जिले में थाना चौकी गांव व अन्य सरकारी संस्थाओं में सौर उर्जा प्लांट लगाती जा रही है। पहला फ्लोटिंग सौर उर्जा पावर प्लांट दिवियापुर इटावा में स्थापित किया गया था, दूसरा सौर उर्जा प्लांट हमीरपुर जिले के मौदहा डैम में स्थापित करने का शासन ने फैसला किया है।
मौदहा डैम 192 किलोमीटर स्क्वायर में स्थापित है, जिसमें फिलहाल बड़े मात्रा में मछली पालन उद्योग चल रहा है। डैम के इस बडे भूभाग कोऔर अधिक उपयोगी बनाने के लिये सौर ऊर्जा पावर प्लांट लगाया जा रहा है। यह प्लांट चारो तरफ तैर कर यानी घूम घूम कर बिजली का उत्पादन करेगा और इससे बनायी गयी बिजली ग्रिड में भेजी जायेगी। फिलहाल इसकी कीमत 1421 करोड रुपये की बतायी गयी है, जब सौर ऊर्जा प्लांट स्थापित किया जायेगा तब डैम को और सुरक्षित किया जायेगा।
शासन का मानना है कि बडी मात्रा में चल रहा मत्स्य उद्योग का सौर ऊर्जा प्लांट से कोई हानि नही होगी। और शासन को एक बडी उपलब्धि हो जायेगी। बताया जाता है कि शासन माताटीला बांध में भी फ्लोटिंग सौर ऊर्जा प्लांट स्थापित करने का मन बना रहा है। यही नहीं, योजना के तहत नहरो में भी प्लांट लगाने की योजना बनायी जा रही है।
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