नयी दिल्ली , अक्टूबर 14 -- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आंध्रप्रदेश के विशाखापट्टनम में गूगल एआई हब निर्माण के एलान पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए इसे विकसित भारत के निर्माण के भारतीय नजरिए के अनुरूप बताया है। श्री मोदी ने सोशल मीडिया साइट 'एक्स' पर कहा, "यह बहुआयामी निवेश, जिसमें गीगावाट-स्तरीय डेटा सेंटर अवसंरचना शामिल है, एक विकसित भारत के निर्माण के हमारे दृष्टिकोण के अनुरूप है। यह प्रौद्योगिकी को सर्वसुलभ बनाने में एक बड़ी शक्ति होगी। यह सभी के लिए एआई सुनिश्चित करेगा, हमारे नागरिकों को अत्याधुनिक उपकरण प्रदान करेगा, हमारी डिजिटल अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगा और भारत को वैश्विक प्रौद्योगिकी नेता के रूप में स्थापित करेगा।"श्री मोदी ने गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई के एक्स पर एक पोस्ट को रिट्वीट करते यह संदेश दिया। श्री पिचाई ने श्री मोदी को टैग करते हुए लिखा था, उन्हें भारत के प्रधानमंत्री से बात करके बहुत अच्छा लगा। उन्होंने इस हब के विकास को ऐतिहासिक बताते हुए लिखा कि यह हब गीगावाट-स्तरीय कंप्यूटिंग क्षमता, एक नया अंतरराष्ट्रीय गेटवे और बड़े पैमाने पर ऊर्जा अवसंरचना को एक मंच प्रदान करता है। इसके माध्यम से हम अपनी उद्योग-अग्रणी तकनीक को भारत में उद्यमों और उपयोगकर्ताओं तक पहुंचायेंगे, एआई नवाचार को गति देंगे और देश भर में विकास को गति देंगे।
गौरतलब है कि अडानी समूह की कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज ने गूगल के साथ मिलकर आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में देश का सबसे बड़ा डाटा सेंटर बनाने की घोषणा की है। वह अडानीकोनेक्स के जरिये इस एआई डाटा परिसर के निर्माण को पूरा करेगी। अडानीकोनेक्स, अडानी एंटरप्राइजेज और एजकोनेक्स का संयुक्त उपक्रम है। एजकोनेक्स के पास दुनिया के सबसे बड़े डाटा सेंटरों में से एक के परिचालन का अनुभव है। यह डाटा सेंटर विशाखापट्टनम में गूगल के एआई हब तैयार करने की योजना का हिस्सा है, जिस पर कंपनी के पांच साल में (2026 से 2030 के बीच) कुल 15 अरब डॉलर के निवेश की उम्मीद है।
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