मुंबई , अक्टूबर 08 -- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की वित्तीय राजधानी मुंबई को विश्व की अग्रणी वित्तीय महाशक्ति केन्द्रों में से एक बनाने का संकल्प लिया है।
श्री मोदी ने बुधवार को नवी मुंबई में डी.बी. पाटिल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के पहले चरण का उद्घाटन करने के बाद यह घोषणा की।
प्रधानमंत्री मोदी महाराष्ट्र की दो दिवसीय यात्रा पर हैं जहां उन्होंने मुंबई मेट्रो-तीन और विभिन्न कौशल विकास पहलों सहित 30,000 करोड़ रुपये से अधिक की अवसंरचनात्मक परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया।
इस कार्यक्रम में राज्यपाल आचार्य देवेन्द्र, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजीत पवार तथा केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल सहित अन्य लोग उपस्थित हुए।
महाराष्ट्र की प्रगति पर प्रकाश डालते हुए, श्री मोदी ने कहा कि राज्य कृषि एवं उद्योग में अग्रणी है और अब पर्यटन के क्षेत्र में भी देश में शीर्ष स्थान पर पहुंचने का लक्ष्य रखता है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में सम्मेलन एवं चिकित्सा पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं।
प्रधानमंत्री ने इस बात पर बल दिया कि केंद्र की राष्ट्रीय जनतांत्रिक सरकार और राज्य की महायुति सरकार दोनों ही अवसंरचना विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं।
उन्होंने मुंबई कोस्टल रोड और अटल सेतु परियोजनाओं के पूरा होने का हवाला देते हुए कहा कि निर्माण के दौरान विरोध के बावजूद इन परियोजनाओं ने प्रतिदिन लगभग 20,000 मोटर चालकों के लिए यात्रा समय एवं ईंधन लागत में उल्लेखनीय कमी की है, साथ ही पर्यावरणीय क्षति को भी रोकने में मदद की है।
श्री मोदी ने मुंबई में मेट्रो के तीव्र विस्तार पर प्रकाश डाला जो एक दशक पहले मात्र आठ किलोमीटर था और अब बढ़कर 80 किलोमीटर हो गया है। उन्होंने कहा कि शहर में जल्द ही 200 किलोमीटर का मेट्रो नेटवर्क होगा।
उन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस और लोकमान्य तिलक टर्मिनस के आधुनिकीकरण का भी उल्लेख किया जो अब 24 कोच वाली ट्रेनों को संभालने में सक्षम हैं।
तीर्थयात्रा अवसंरचना का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि 200 किलोमीटर लंबा संत ज्ञानेश्वर पालखी मार्ग और 110 किलोमीटर लंबा जगद्गुरु तुकाराम महाराज पालखी मार्ग पूरा हो चुका है।
प्रधानमंत्री के अनुसार, अवसंरचना में यह उछाल उद्योग, कृषि, रोज़गार सृजन एवं महिला सुरक्षा को बढ़ावा दे रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने हाशिए पर पड़े समुदायों के उत्थान को प्राथमिकता दी है।
श्री मोदी ने कहा कि गरीबों को चार करोड़ से अधिक घर उपलब्ध कराए गए हैं तथा तीन करोड़ अन्य घर जल्द ही बनाए जाएंगे। उन्होंने आश्वासन दिया कि शहरी गरीब एवं मध्यम वर्गीय परिवारों के आवास के सपने भी पूरे होंगे।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के अंतर्गत, 90 लाख छोटे विक्रेताओं को ऋण प्राप्त हुआ है जिनमें महाराष्ट्र के 13 लाख विक्रेता शामिल हैं। इससे उनकी मासिक आय में कम से कम 2,000 रुपये की वृद्धि हुई है। श्री मोदी ने कहा कि इन छोटे उद्यमियों ने 3.75 लाख करोड़ रुपये के डिजिटल लेनदेन किए हैं जिससे डिजिटल इंडिया मज़बूत हुआ है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कौशल विकास योजना के अंतर्गत सालाना 10 लाख युवाओं को कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने की महाराष्ट्र सरकार की पहल की सराहना की। भारतीय रिजर्व बैंक की एक हालिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि पिछले तीन-चार वर्षों में देश भर में आठ करोड़ नए रोजगार सृजित हुए हैं।
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