मुंबई , अक्टूबर 08 -- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को 19,650 करोड़ रुपये की लागत से तैयार नवी मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के पहले चरण का उद्घाटन किया।

इस हवाई अड्डे का निर्माण अडानी एयरपोर्ट्स लिमिटेड द्वारा (सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल पर किया गया है जिसमें 26 प्रतिशत हिस्सेदारी महाराष्ट्र नगर एवं औद्योगिक विकास निगम की है। पहले चरण के तहत टर्मिनल-1 का उद्घाटन किया गया है जबकि यहां चार टर्मिनल के निर्माण की योजना है।

मुंबई और उसके उपनगरीय इलाके में यह दूसरा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है। यहां जल्द ही उड़ानों का परिचालन शुरू होने की उम्मीद है। इससे मुंबई हवाई अड्डे पर बोझ काफी कम होगा।

उद्घाटन के मौके महाराष्ट्र के महाराष्ट्र के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे तथा अजित पवार, केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री के. राम मोहन नायडू और राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल भी मौजूद थे।

हवाई अड्डे का निर्माण 1,160 हेक्टेयर में किया जा रहा है। यह दक्षिणी मुंबई से 37 किलोमीटर दूर स्थित है। इसे कमल के आकार में डिजाइन किया गया है।

फिलहाल एक ही टर्मिनल से अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू दोनों उड़ानें शुरू की जायेंगी जिसकी सालाना क्षमता दो करोड़ यात्रियों की है। चारों टर्मिनल बन जाने के बाद कुल क्षमता नौ करोड़ यात्रियों की होगी। साथ ही फिलहाल कार्गो क्षमता पांच लाख टन की होगी जो बाद में बढ़कर 32 लाख टन हो जायेगी। यहां दो समानांतर रनवे होंगे जिनकी लंबाई 3,700 मीटर और चौड़ाई 60 मीटर है।

टर्मिनल-1 पर 66 चेक-इन काउंटर, 22 सेल्फ बैगेज ड्रॉप प्वाइंट, 29 एयरोब्रिज और 10 बस बोर्डिंग गेट हैं। पूरी तरह से तैयार होने के बाद हवाई अड्डे पर 245 यात्री विमानों और सात कार्गो विमानों के खड़े होने के लिए स्टैंड होंगे। इसके अलावा 79 जेनरल एविएशन स्टैंड और 16 जेनरल एविएशन हैंगर होंगे।

एयर इंडिया समूह (एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस) ने शुरुआती चरण में नवी मुंबई एयरपोर्ट से 15 शहरों के लिए रोजाना 20 उड़ानें शुरू करने की घोषणा की है। उसने कहा है कि अगले साल के मध्य तक वह उड़ानों की संख्या 55 करेगी जिसमें पांच अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें भी शामिल होंगी।

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