कोलकाता , अक्टूबर 05 -- पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को कहा कि वह सोमवार को उत्तर बंगाल का दौरा करेंगी और लगातार भारी वर्षा, बाढ़ और भूस्खलन से उत्पन्न स्थिति की व्यक्तिगत रूप से समीक्षा करेंगी। इसकी वजह से दार्जिलिंग, कलिम्पोंग और आसपास के जिलों में तबाही मची है।

सुश्री बनर्जी ने मीडिया से बातचीत करते हुये कहा, "मैं कल मुख्य सचिव मनोज पंत के साथ उत्तर बंगाल जाऊंगी। दोपहर तक सिलीगुड़ी पहुंचकर वहां से स्थिति पर नज़र रखूंगी।"मुख्यमंत्री आज सुबह से ही नबन्ना स्थित नियंत्रण कक्ष में मौजूद हैं और स्थिति पर कड़ी नज़र रख रही हैं। सुश्री बनर्जी ने कहा कि उन्होंने उत्तर बंगाल के पांच ज़िलों के अधिकारियों के साथ एक वर्चुअल बैठक की है और सुबह छह बजे से ही घटनाक्रम पर नज़र बनाये हुये है। शनिवार शाम से दार्जिलिंग और कलिम्पोंग में मूसलाधार बारिश के कारण कई जगह भूस्खलन, सड़कें अवरुद्ध होने और नदियों का जलस्तर बढ़ने की घटनाएं हुयी हैं।

दार्जिलिंग ज़िले में अब तक कम से कम 13 लोगों की मौत की खबर है। मिरिक में एक लोहे का पुल गिरने से नौ लोगों की मौत हो गयी, सुखियापोखरी में सात लोगों की मौत हो गयी और बिजनबाड़ी में एक व्यक्ति की मौत की रिपोर्ट है। अधिकारियों ने कहा कि कई प्रमुख सड़कें कट जाने से पर्यटक फंसे हुए हैं तथा कलिम्पोंग और सिक्किम के साथ संपर्क पूरी तरह से बाधित हो गया है।

सुश्री बनर्जी ने बिगड़ते हालात के लिए भूटान में हुयी भारी बारिश को ज़िम्मेदार ठहराया जिससे उत्तर बंगाल की नदियां उफान पर आ गई हैं। उन्होंने कहा, "भूटान में आयी बारिश के पानी ने हमारे क्षेत्र में बाढ़ ला दी है। यह आपदा बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। आपदाएं मानव नियंत्रण से बाहर हैं लेकिन हम बहुत व्यथित हैं।"अलीपुर मौसम विभाग ने पहले ही दार्जिलिंग में भारी वर्षा की चेतावनी दी थी और शनिवार रात तक इस क्षेत्र में लगातार बारिश होती रही। तीस्ता नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है जिससे तीस्ता बाजार में राष्ट्रीय राजमार्ग 10 के कई हिस्से बाढ़ की चपेट में आ गए हैं और महत्वपूर्ण सड़क संपर्क बंद हो गया है।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (कुर्सियांग) ने कहा कि मिरिक से पांच शव बरामद किए गए हैं जबकि दो और शव पहले ही बरामद किए जा चुके हैं तथा सुखियापोखरी में चार लोगों की मौत की पुष्टि हुयी है।

पुलिस ने कम से कम 13 लोगों की मौत की पुष्टि करते हुये कहा कि मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है। दिलाराम के निकट भूस्खलन के कारण दार्जिलिंग जाने वाली मुख्य सड़क भी अवरुद्ध हुई है जबकि कलिम्पोंग और सिक्किम की ओर जाने वाले मार्ग अभी भी बंद हैं।

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