भोपाल , नवम्बर 19 -- मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि मध्यप्रदेश और आसियान देशों के बीच साझा विकास यात्रा की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने बताया कि भारत और आसियान देश सांस्कृतिक रूप से आत्मीयता रखने वाले क्षेत्र हैं तथा व्यापार, निवेश, पर्यटन, शिक्षा, कौशल विकास, स्वास्थ्य सेवाएं, ऊर्जा सुरक्षा और सतत विकास जैसे क्षेत्रों में दीर्घकालिक साझेदारी की अनंत संभावनाएं मौजूद हैं। राज्यपाल श्री पटेल आज राजभवन में आसियान समिति नई दिल्ली के प्रतिनिधि मंडल से चर्चा कर रहे थे।

राज्यपाल ने कहा कि मध्यप्रदेश में स्थिर, सुरक्षित और उद्योग अनुकूल वातावरण उपलब्ध है, जो इन साझेदारियों को और अर्थपूर्ण बनाता है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में हाल ही में प्रधानमंत्री द्वारा 18 नयी निवेशक हितैषी नीतियां सुरू की गई हैं। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में मध्यप्रदेश उत्कृष्ट सुधारक राज्यों में शामिल है। राज्यपाल ने कहा कि मध्यप्रदेश को भारत का हृदय कहा जाता है, क्योंकि इसमें संस्कृति, परंपराएं, प्रकृति, अध्यात्म, सामाजिक विविधता और आधुनिक विकास सभी समाहित हैं। उन्होंने सांची की प्रतिकृति स्मृति चिन्ह के रूप में प्रतिनिधियों को भेंट की।

बैठक में राज्यपाल के प्रमुख सचिव डॉ. नवनीत मोहन कोठारी एवं मध्यप्रदेश औद्योगिक विकास निगम के प्रबंध संचालक श्री चंद्रमौली शुक्ला उपस्थित थे।

आसियान समिति के अध्यक्ष और भारत में मलेशिया के उच्चायुक्त श्री दातो मुजफ्फर शाह मुस्तफा ने मध्यप्रदेश में मिले आदर-सम्मान के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि कृषि, आधारभूत संरचना, उत्पादन, पर्यटन, नवीकरणीय ऊर्जा, औषधि निर्माण, शिक्षा और कौशल विकास के क्षेत्र में मध्यप्रदेश और आसियान देशों में गहरे सहयोग की संभावनाएं हैं।

कार्यक्रम में स्वागत उद्बोधन प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन राघवेन्द्र कुमार सिंह ने दिया। आभार विदेश मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव प्रशांत अग्रवाल ने व्यक्त किया।

प्रतिनिधि मंडल में भारत में वियतनाम, फिलीपींस, कंबोडिया, तिमोर लेस्ते, थाईलैंड, इंडोनेशिया और ब्रुनेई दारुस्सलाम गणराज्य के राजनयिक शामिल थे। राजभवन पहुंचने पर राज्यपाल के अपर सचिव उमाशंकर भार्गव ने चंदेरी वस्त्र से बने अंगवस्त्र एवं पुष्प भेंट कर अतिथियों का स्वागत किया।

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