कोलकाता , नवंबर 14 -- भारत के इतिहास में बैरकपुर छावनी इसलिए प्रसिद्ध है कि यहीं से स्वतंत्रता संग्राम की पहली चिंगारी सुलगी थी। सबसे प्राचीन इस सैन्य छावनी ने अपने गौरवशाली 250 वर्ष पूरे कर लिए हैं।
भारत के शासन की बागडोर ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने जब अपने हाथ में ली, तो उसने 1775 में बैरकपुर छावनी की स्थापना की। मंगल पांडे ने बैरकपुर छावनी से ही अंग्रेजी शासन के खिलाफ विद्रोह की शुरुआत की थी।
इस अवसर पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस (सैनिक) सभागार में गुरुवार को आयोजित उद्घाटन कार्यक्रम में वरिष्ठ रक्षा अधिकारी, स्कूली बच्चे, शिक्षक और छावनी शहर के निवासी एकत्रित हुए। इस कार्यक्रम में पूर्वी कमान के रक्षा संपदा विभाग के प्रधान निदेशक सौरव रे, रक्षा संपदा विभाग के उप निदेशक एस. प्रभाकरन, कोलकाता मंडल के डीईओ जसपाल सिंह और बैरकपुर छावनी बोर्ड की मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) ज्योति कपूर उपस्थित थीं।
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