एजल, सितंबर 25 -- मिजोरम ने बुजुर्गों के कल्याण को सुनिश्चित करने में उल्लेखनीय प्रगति की है। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना से राज्य में 24,500 से अधिक लोग लाभान्वित हुए हैं।

मिजोरम के राज्यपाल जनरल (डॉ.) विजय कुमार सिंह ने आज पेंशन योजनाओं के कार्यान्वयन और वृद्धों की देखभाल के लिए राज्य की पहलों पर चर्चा करने के लिए आयुक्त एवं सचिव लालज़रमावी सहित समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने बैठक में बुजुर्गों के देखभाल की अपनी मजबूत सांस्कृतिक परंपरा के लिए मिज़ो समुदाय की सराहना की, लेकिन साथ ही वंचित बुजुर्गों के लिए वृद्धाश्रम जैसी सुविधाओं की आवश्यकता पर भी जोर दिया।

वर्तमान में 60-79 के 15,393 बुजुर्गों को 1,200 रुपये प्रति माह (केंद्र सरकार से 200 रुपये, राज्य सरकार से 1,000 रुपये) मिलते हैं जबकि 80 वर्ष और उससे अधिक आयु के 9,131 बुजुर्गों को 1,500 रुपये प्रति माह (केंद्र सरकार से 500 रुपये, राज्य सरकार से 1,000 रुपये) मिलते हैं।

मिज़ोरम ने राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम (एनएसएपी) के तहत भी उल्लेखनीय सफलता हासिल की है। इस कार्यक्रम से 97.96 प्रतिशत आधार और 90 प्रतिशत मोबाइलों को जोड़ने साथ ही यह राज्य पूर्वोत्तर भारत में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला राज्य बन गया है।

इसके अतिरिक्त मिज़ोरम माता-पिता और वरिष्ठ नागरिकों के भरण-पोषण एवं कल्याण नियम, 2013 के तहत वरिष्ठ नागरिकों के कल्याण संबंधी विवादों को निपटाने के लिए न्यायाधिकरणों की भी स्थापना की गई है। यहां स्थित राजकीय वरिष्ठ नागरिक गृह में वर्तमान में केवल नौ बुजुर्ग रहते हैं।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित