पटना , नवंबर 5 -- बिहार के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) विनय कुमार ने बुधवार को कहा कि 06 नवम्बर को प्रदेश के 121 विधानसभा क्षेत्रों में पहले चरण के मतदान को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं।

श्री कुमार ने आज बताया कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और सुरक्षाकर्मियों को इस बात के निर्देश दिए गए हैं कि पोलिंग स्थलों की कड़ी निगरानी करें और किसी भी प्रकार की गडबडी की स्थिति में उपद्रवियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाये।

डीजीपी ने तैनातियों का विवरण साझा करते हुए कहा कि सभी मतदान केंद्रों और प्रमुख इमारतों की सुरक्षा के लिए सुरक्षा बलों की 1,650 कंपनियाँ तैनात की गई हैं। मतदान अवधि के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए गश्त के व्यापक उपाय किए गए हैं।

श्री कुमार ने कहा कि महिला मतदाताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न जिलों में 35,000 से अधिक महिला पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है और चुनाव प्रबंधन के विभिन्न स्तरों पर महिला अधिकारियों को तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि निगरानी बढ़ाने के लिए मतदान केंद्रों और आसपास के इलाकों में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, साथ ही किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए प्रमुख मार्गों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किए गए हैं।

डीजीपी ने कहा कि भीड़ नियंत्रण और आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया के लिए घुड़सवार पुलिस बल भी तैनात किए गए हैं। उन्होंने कहा कि मतदाताओं के लिए भयमुक्त वातावरण बनाने के लिए सभी आवश्यक तैयारियाँ पूरी कर ली गई हैं।

श्री कुमार ने मतदान के दौरान विशेष उपायों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संवेदनशील जिलों और निर्वाचन क्षेत्रों की पहचान कर ली गई है और इन क्षेत्रों में अतिरिक्त सुरक्षा कंपनियाँ तैनात की गई हैं। उन्होंने कहा कि आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों पर कड़ी नज़र रखी जा रही है। उनकी गतिविधियों पर नज़र रखने के लिए समर्पित वीडियो निगरानी दल तैनात किए गए हैं, और कुछ क्षेत्रों में कई निगरानी इकाइयाँ तैनात की गई हैं।

पुलिस महानिदेशक ने आश्वासन दिया कि सभी संवेदनशील निर्वाचन क्षेत्रों में शत-प्रतिशत सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि गड़बड़ी या आपराधिक गतिविधियों की हर संभावना को टालने के लिए इसके आकलन और जरूरी समाधान की व्यवस्था की गई है।

श्री कुमार ने कहा कि बहुस्तरीय सुरक्षा, वास्तविक समय पर निगरानी और लगातार गश्त के साथ, बिहार पुलिस का लक्ष्य पूरे राज्य में शांतिपूर्ण और घटना-मुक्त चुनाव सुनिश्चित करना है।

इस बीच चुनाव कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि पूर्ण पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए पूरी मतदान प्रक्रिया की 'लाइव स्ट्रीमिंग' की जाएगी। आयोग ने कानून-व्यवस्था की कड़ी निगरानी सुनिश्चित करने के लिए 348 पर्यवेक्षकों को तैनात किया है। पर्यवेक्षकों में पहले चरण के लिए 121 सामान्य पर्यवेक्षक, 18 पुलिस पर्यवेक्षक और 33 व्यय पर्यवेक्षक, और शेष 122 सामान्य पर्यवेक्षक, 20 पुलिस पर्यवेक्षक और 34 व्यय पर्यवेक्षक शामिल हैं।

चुनाव कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि पहले चरण में पाँच विधानसभा सीटों पर चुनाव कानून-व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए अन्य निर्वाचन क्षेत्रों की तुलना में एक घंटा पहले संपन्न होगा। उन्होंने कहा कि सहरसा जिले की सिमरी बख्तियारपुर और महिसी, मुंगेर जिले के तारापुर, मुंगेर और जमालपुर तथा सूर्यगढ़ा निर्वाचन क्षेत्र के 56 मतदान केंद्रों पर मतदान शाम 5 बजे समाप्त होगा। अन्य सभी निर्वाचन क्षेत्रों और मतदान केंद्रों के लिए सामान्य मतदान समय सुबह 07 बजे से शाम 06 बजे तक है।

इस बीच मोकामा के नदी क्षेत्रों में विशेष सुरक्षा व्यवस्था की गई है, जहाँ सुरक्षा बनाए रखने के लिए घुड़सवार पुलिस तैनात की गई है।

उल्लेखनीय है कि चुनाव से पहले मोकामा विधानसभा क्षेत्र में हिंसा देखने को मिली थी, जहाँ जनसुराज उम्मीदवार के लिए प्रचार करते समय एक बाहुबली दुलारचंद यादव की हत्या कर दी गई थी। इस हत्या के सिलसिले में जदयू उम्मीदवार और कद्दावर नेता अनंत सिंह को उनके कुछ समर्थकों के साथ गिरफ्तार किया गया था। चुनाव से पहले हुई हिंसा को देखते हुए मोकामा विधानसभा क्षेत्र के सभी मतदान केंद्रों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी।

इस बीच पटना के जिलाधिकारी एस एम त्यागराजन ने जिले में शांतिपूर्ण और निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करने के लिए त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की घोषणा की। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने सभी 14 विधानसभा क्षेत्रों में सुरक्षा कड़ी कर दी है।

नई सुरक्षा योजना के तहत प्रत्येक मतदान केंद्र पर केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) तैनात किए जाएँगे, और कानून-व्यवस्था की निगरानी के लिए प्रत्येक पुलिस सर्कल में जोनल मजिस्ट्रेट तैनात किए जाएँगे। उन्होंने बताया कि एसएसटी और जिला पुलिस कर्मियों द्वारा भी निरंतर निगरानी की जाएगी, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि छोटी-मोटी गड़बड़ियों से भी तुरंत निपटा जाए।

मतदान के दौरान व्यवस्था और पारदर्शिता बनाए रखने के लिए प्रशासन ने सख्त संचालन दिशानिर्देश जारी किए हैं। मतदान केंद्रों के 100 मीटर के दायरे में सार्वजनिक समारोहों पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा।

चुनाव के दौरान अति संवेदनशील निर्वाचन क्षेत्रों के रूप में पहचाने गए मोकामा और बाढ़ पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

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