, Oct. 27 -- पटना में गंगा घाटों पर छठ पूजा करने के लिए जिला प्रशासन की तरफ से कई सुविधाएं मुहैया करायी गयीं हैं। पटना जिले में 550 घाटों पर अर्घ्य दिया जाएगा। इसमें पटना नगर निगम क्षेत्र में गंगा किनारे के लगभग 102 घाट तथा करीब 45 पार्क एवं 63 तालाब शामिल है। सभी अनुमंडलों में अनुमंडल पदाधिकारियों तथा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारियों के अनुश्रवण में सभी छठ घाटों पर नागरिक सुविधाओं को उपलब्ध कराया गया है। सार्वजनिक स्थानों पर भीड़-प्रबंधन के लिए निर्धारित मापदंडों के अनुसार सभी जगह तैयारी की गई है। विधि व्यवस्था संधारण के दृष्टिकोण से अनुमंडल स्तर से प्रतिनियुक्ति के अतिरिक्त जिला स्तर से 205 स्थानों पर दण्डाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति सहित आपदा प्रबंधन की मानक संचालन प्रक्रिया के अनुसार किसी भी तरह की आपदा की आकस्मिकता से निपटने के लिये राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 09 टीम (270 सदस्य), राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की 14 टीम (56 सदस्य), 444 गोताखोर, 323 नाव/नाविक तथा सिविल डिफेंस के 149 वोलंटियर्स तैनात किए गए हैं।

दानापुर से पटना सिटी तक गंगा किनारे लगभग 100 घाटों पर 21 सेक्टर में 552 अस्थायी शौचालय, 450 अस्थायी यूरिनल, 37 चापाकल, 185 रनिंग वाटर-टैप, 400 अस्थायी चेंजिंग रूम, 13 यात्री शेड, 112 नियंत्रण कक्ष, 13 सहायक नियंत्रण कक्ष, 171 वॉच टावर तथा 103 मेडिकल कैम्प क्रियाशील है। सभी वाच टावरों पर नागरिक सुरक्षा वोलंटियर्स की प्रतिनियुक्ति की गई है। मोटर वोट के माध्यम से रिवर पेट्रॉलिंग की व्यवस्था की गई है। कुल 18 नदी गश्ती दल प्रतिनियुक्त किया गया है। 10 रिवर फ्रंट-घाट गश्ती तथा 03 स्पीड बोट गश्ती दल भी तैनात किया गया है। नावों का परिचालन प्रतिबंधित है।पटना स्मार्ट सिटी 187 कैमरों से 35 घाटों की निगरानी कर रहा है। सुरक्षा के लिए कंट्रोल रूम भी बनाए गए हैं और जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।प्रशासन की ओर से जहां साफ-सफाई के लिये अभियान चलाया गया है वहीं लोग अपने स्तर से मुहल्लों और गलियों में साफ-सफाई का ध्यान रख रहे हैं जिससे अर्ध्य देने के लिये जा रहे छठ व्रतियों को किसी तरह की कठिनाई न हो।

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