नयी दिल्ली , अक्टूबर 04 -- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि बिहार उन राज्यों में शामिल है जहाँ आबादी के अनुपात में सबसे अधिक युवा हैं इसलिए जब बिहार के युवाओं का सामर्थ्य बढ़ता है तो स्वाभाविक रूप से देश की भी ताकत बढ़ती है।

श्री मोदी ने शिक्षा एवं कौशल से जुड़ी 62 ऐसी हज़ार करोड़ की योजनाओं का शुभारंभ करने के बाद कहा कि आज भारत दुनिया के युवा देशों में से एक है और बिहार उन राज्यों में शामिल है जहाँ आबादी के अनुपात में सबसे अधिक युवा हैं। इसलिए, जब बिहार के युवाओं का सामर्थ्य बढ़ता है, तो स्वाभाविक रूप से देश की भी ताकत बढ़ती है। बिहार के युवाओं का सामर्थ्य और बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार पूरी प्रतिबद्धता से काम कर रही है। राष्ट्रीय जनता दल -कांग्रेस के शासनकाल की तुलना में, बिहार का शिक्षा बजट कई गुणा बढ़ाया गया है। आज बिहार में करीब-करीब हर गांव-टोले में एक स्कूल बन चुका है, इंजीनियरिंग कॉलेज हों, मेडिकल कॉलेज हों, इनकी संख्या भी कई गुणा बढ़ी है। हाल में ही केंद्र सरकार ने बिहार के 19 जिलों के लिए केंद्रीय विद्यालय स्वीकृत किए हैं। एक समय था, जब बिहार में स्पोर्ट्स से जुड़ा इंटरनेशनल लेवल का इंफ्रास्ट्रक्चर तक नहीं था। आज बिहार में स्पोर्ट्स के नेशनल और इंटरनेशनल इवेंट्स हो रहे हैं।

उन्होंने कहा कि बिहार सरकार ने बीते दो दशकों में 50 लाख नौजवानों को बिहार में रोजगार से जोड़ा है। बीते कुछ वर्षों में ही करीब 10 लाख पक्की सरकारी नौकरियां बिहार के नौजवानों को दी गई हैं। आप शिक्षा विभाग में ही देखिए, कितने बड़े पैमाने पर शिक्षकों की भर्तियां हो रही हैं। पिछले दो वर्षों में ही ढाई लाख से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति बिहार में हुई है। इससे नौजवानों को नौकरी मिली और शिक्षा व्यवस्था का स्तर भी ऊपर उठा।बिहार सरकार अब नए लक्ष्यों को लेकर काम कर रही है। राज्य सरकार ने जितने रोजगार 20 साल में बनाए आने वाले पांच साल में उससे दोगुने रोजगार निर्माण का लक्ष्य है। संकल्प यही है कि बिहार के नौजवान को बिहार में ही नौकरी मिले, बिहार में ही काम मिले।

प्रधानमंत्री ने कहा "ये समय बिहार के युवाओं के लिए डबल बोनस का भी है। इस समय देश में जीएसटी बचत उत्सव चल रहा है, मुझे कोई कह रहा था कि बाइक और स्कूटर पर जीएसटी कम होने से बिहार के युवा बहुत खुश हैं। बहुत से युवाओं ने तो इस धनतेरस को ये खरीदने की भी योजना भी बना रखी ली है। मैं बिहार के, देश के युवाओं को उनकी जरूरतों की ज्यादातर चीजों पर जीएसटी कम होने की भी बहुत-बहुत बधाई देता हूं।"उन्होंने कहा कि जब स्किल्स बढ़ती हैं, देश आत्मनिर्भर होता है, निर्यात बढ़ता है, तो रोजगार के अवसर भी बढ़ते हैं। वर्ष 2014 से पहले भारत को फ़्रेज़ाईल फाइव इकॉनॉमी कहा जाता था। आज भारत टॉप थ्री इकॉनॉमी बनने की तरफ आगे बढ़ रहा है। यानी मैन्युफेक्चरिंग बढ़ रही है, रोजगार बढ़ रहे हैं। मोबाइल फोन, इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबील और डिफेंस सेक्टर में भी मैन्युफेक्चरिंग और एक्सपोर्ट में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। बड़े उद्योगों से लेकर, जो हमारे एमएसएमई हैं, उनमें अभूतपूर्व रोजगार का निर्माण हुआ है। इन सबका बड़ा लाभ हमारे युवाओं को और विशेषकर ITI के स्किल्ड युवाओं को भी हुआ है। मुद्रा स्कीम ने भी करोड़ों नौजवानों को अपना रोजगार शुरू करने में मदद की है। अभी भारत सरकार ने एक लाख करोड़ रुपए की प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना भी लागू की है। इससे देश के करीब साढ़े तीन करोड़ नौजवानों को प्राइवेट सेक्टर में रोजगार पाने में मदद मिलेगी।

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