पटना , नवंबर 06 -- बिहार विधानसभा के प्रथम चरण के चुनाव में आज दोपहर एक बजे तक 42.31 प्रतिशत वोट पड़े हैं।

राज्य निर्वाचन कार्यालय के अनुसार, प्रथम चरण में विधानसभा की 121 सीट के लिए मतदान जारी है। दोपहर एक बजे तक 45341 मतदान केंद्रों पर कुल 42.31 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने-अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इस दौरान गोपालगंज जिले में सबसे अधिक 46.73 प्रतिशत जबकि पटना जिले में सबसे कम 37.72 प्रतिशत मतदान हुआ है।

दोपहर एक बजे तक मधेपुरा जिले में 44.16 प्रतिशत, सहरसा जिले में 44.20 प्रतिशत, दरभंगा जिले में 39.35 प्रतिशत, मुजफ्फरपुर जिले में 45.41 प्रतिशत, सीवान जिले में 41.20 प्रतिशत, सारण जिले में 43.06 प्रतिशत, वैशाली जिले में 42.60 प्रतिशत, समस्तीपुर जिले में 43.03 प्रतिशत, बेगूसराय जिले में 46.02 प्रतिशत, खगड़िया जिले में 42.94 प्रतिशत, मुंगेर जिले में 41.47 प्रतिशत, लखीसराय जिले में 46.37 प्रतिशत, शेखपुरा जिले में 41.23 प्रतिशत, नालंदा जिले में 41.87 प्रतिशत, भोजपुर जिले में 41.15 प्रतिशत और बक्सर जिले में 41.10 प्रतिशत मतदाओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है।

पूर्व केन्द्रीय मंत्री और पटना साहिब के सांसद रविशंकर प्रसाद ने पटना के एक मतदान केन्द्र में सपरिवार मतदान किया। उन्होंने मतदाताओं से अपील की है कि 'विकसित बिहार' के लिए लोकतंत्र के महापर्व में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करते हुए मतदान अवश्य करें।

दरभंगा से यहां प्राप्त समाचार के अनुसार जिले के कुशेश्वरस्थान विधानसभा क्षेत्र सुघराइन पंचायत के चार बूथ पर मतदान पूरी तरह ठप है। लगातार उपेक्षा और सड़क नहीं बनने के विरोध में ग्रामीणों ने मतदान प्रक्रिया का बहिष्कार कर रखा है।ग्रामीणों के विरोध का असर इतना गहरा रहा कि बूथ संख्या 284 (उतक्रमित मध्य विद्यालय सुघराइन, दक्षिणी भाग), 285 (उतक्रमित मध्य विद्यालय सुघराइन उत्तरी भाग), 286 (रेज़्ड प्लेटफ़ॉर्म/हेलिपैड) और 287 (उतक्रमित मध्य विद्यालय सुघराइन मध्य भाग) चारों बूथों पर एक भी वोट नहीं डाला गया है।स्थानीय लोगों का कहना है कि वर्षों से सड़क निर्माण की मांग की जा रही है, लेकिन लगातार सरकार और जनप्रतिनिधियों की अनदेखी से वे नाराज़ हैं। इसी कारण एकमत होकर पूरे गांव ने मतदान का बहिष्कार किया।

उल्लेखनीय है कि प्रथम चरण में 121 विधानसभा सीटों के लिये 45341 मतदान केंद्र बनाये गये हैं, जहां तीन करोड़ 75 लाख 13 हजार 302 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर रहे हैं। इनमें एक करोड़ 98 लाख 35 हजार 325 पुरुष, एक करोड़ 76 लाख 77 हजार 219 महिला और 758 तीसरे जेंडर मतदाता शामिल हैं। इन 121 विधानसभा सीटों के लिए 122 महिला और 1192 पुरुष उम्मीदवार चुनावी अखाड़े में उतरे हैं।पहले चरण के चुनाव में सबसे अधिक 20 उम्मीदवार कुढ़नी और मुजफ्फरपुर में वहीं भोरे, अलौली और परबत्ता में सबसे कम पांच प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतरे हैं।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित