खैरागढ़-छुईखदान-गंडई , नवंबर 14 -- छत्तीसगढ़ के खैरागढ़-छुईखदान-गंडई (केसीजी) में बाल दिवस के अवसर पर पुलिस द्वारा थाना छुईखदान में स्कूली बच्चों के लिए विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।

कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों को पुलिस की कार्यप्रणाली, कानून-व्यवस्था और बढ़ते साइबर अपराधों के प्रति जागरूक करना था।

कार्यक्रम की मुख्य आकर्षण स्वामी आत्मानंद स्कूल, छुईखदान की छात्रा कु. अंजली डे रहीं, जिन्हें एक घंटे के लिए ''मानद थाना प्रभारी'' की जिम्मेदारी सौंपी गई। इस दौरान अंजली डे ने थाना प्रभारी की कुर्सी पर बैठकर प्रशासनिक प्रक्रियाओं को समझा और पुलिस टीम के साथ चर्चा की। पहल का उद्देश्य बच्चों में नेतृत्व क्षमता, जिम्मेदारी और प्रशासनिक समझ विकसित करना था।

कार्यक्रम में क्षेत्र के विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। पुलिस टीम ने बच्चों को शिकायत दर्ज कराने की ऑनलाइन व ऑफलाइन प्रक्रिया सरल भाषा में समझाई। ऑनलाइन कंप्लेंट पोर्टल के माध्यम से शिकायत दर्ज करने, उसकी मॉनिटरिंग एवं आगे की कार्रवाई के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई। वहीं ऑफलाइन पंजीयन, आवेदन और जाँच प्रक्रिया को भी समझाया गया।

बच्चों को थाना परिसर का भ्रमण कराकर विभिन्न शाखाओं के कार्य, रजिस्टर संधारण, डायल 112 की व्यवस्था और पुलिस कंट्रोल रूम के दैनिक कार्यों से अवगत कराया गया।

आधुनिक समय में बढ़ते साइबर अपराधों को ध्यान में रखते हुए कार्यक्रम में साइबर सुरक्षा पर विशेष सत्र रखा गया। बच्चों को ऑनलाइन ठगी, फर्जी लिंक, ओटीपी फ्रॉड, सोशल मीडिया धोखाधड़ी और गेमिंग ऐप्स से जुड़े जोखिमों से बचाव के उपाय बताए गए। पुलिस टीम ने सलाह दी कि किसी भी प्रकार की साइबर ठगी होने पर तत्काल 1930 साइबर हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराएं।

कार्यक्रम के अंत में विद्यार्थियों एवं शिक्षकों ने केसीजी पुलिस की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन बच्चों को जागरूक, आत्मनिर्भर और सुरक्षित डिजिटल नागरिक बनाने में अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। कार्यक्रम को सफल बनाने में केसीजी पुलिस टीम की भूमिका सराहनीय रही।

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