बांदा , दिसंबर 25 -- उत्तर प्रदेश में बांदा जिले के अतर्रा रेलवे स्टेशन पर गुरुवार को झांसी- प्रयागराज एक्सप्रेस ट्रेन सजा कर उसकी विधिवत पूजा कर आरती की गई और ट्रेन गार्ड व चालकों को सम्मानित कर मिष्ठान वितरण के साथ खुशियां मनाई गई।
ट्रेन पूजन के इस कार्यक्रम की शुरुआत अतर्रा नगर के सुदामा पुरी मोहल्ला निवासी स्वर्गीय वृंदावन प्रसाद खेंगर उर्फ भोला बाबा ने उस समय की। जब अतर्रा नगर से ट्रेन का संचालन पहली बार हुआ और 25 दिसंबर वर्ष 1947 को झांसी से चलकर झांसी - मानिकपुर पैसेंजर ट्रेन पहली बार अतर्रा पहुंची थी। इसके बाद विरासत में मिले ट्रेन पूजन के इस कार्यक्रम को बिंदा प्रसाद खेंगर की लगातार तीसरी पीढ़ी के उनके सुपौत्र राम जी खेंगर ने बरकरार रखकर आज नागरिकों के साथ ट्रेन की विधिवत पूजा की और मिष्ठान वितरण कर खुशियों का इजहार किया।
रेलवे के एक प्रवक्ता ने बताया कि झांसी - प्रयागराज पैसेंजर ट्रेन जैसे ही आज अतर्रा रेलवे स्टेशन पहुंची। ट्रेन को विधिवत सजाया गया। राम जी खेंगर ने गाजे बाजे के बीच ट्रेन में चंदन ,तिलक आरती कर नारियल फोड़ा और मिठाई का भोग लगाया। जहां प्रसाद वितरण का कार्यक्रम भी संपन्न हुआ।
कार्यक्रम में ट्रेन चालक अवधेश कुमार व राघवेंद्र तिवारी और गार्ड दाल चंद का तिलक व माल्यार्पण कर उनका मुंह मीठा कराते हुए सम्मानित भी किया गया। इस अवसर पर खेंगर परिवार के साथ बड़ी संख्या में नागरिकों ने भाग लिया।
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