लातूर/नयी दिल्ली , दिसंबर 12 -- वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री शिवराज विश्वनाथ पाटिल का शुक्रवार सुबह महाराष्ट्र के लातूर में निधन हो गया। वह 90 वर्ष के थे। श्री पाटिल पिछले कुछ समय से उम्र संबंधी समस्याओं से जूझ रहे थे।
उनके निधन पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों एवं गणमान्य व्यक्तियों ने दुख प्रकट किया है।
श्री पाटिल ने लंबे समय तक कई संवैधानिक पदों पर कार्य किया। उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष, केंद्रीय मंत्री और पंजाब के राज्यपाल सहित कई प्रमुख पदों पर कार्य किया था। महाराष्ट्र की जमीनी राजनीति से निकलकर राष्ट्रीय फलक तक का सफर तय करने वाले श्री पाटिल को एक प्रतिष्ठित विधि विशेषज्ञ और संवैधानिक मामलों के जानकार के रूप में जाना जाता था।
उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में कई महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाईं। वह 1991-1996 की समयावधि में दसवीं लोकसभा के अध्यक्ष रहे। इस दौरान उन्होंने संसद के इस निम्न सदन की कार्यवाही को गरिमा और निष्पक्षता के साथ चला कर अपनी योग्यता का परिचय दिया। : संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के पहले कार्यकाल वह केंद्रीय गृह मंत्री (2004-2008) रहे। उच्च नैतिक मूल्यों का परिचय देते हुए उन्होंने 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमलों के बाद नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के मंत्रिमंडलों में भी रक्षा मंत्री, वाणिज्य मंत्री और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जैसे महत्वपूर्ण विभागों का कार्यभार संभाला था।
वह महाराष्ट्र के लातूर क्षेत्र से कई बार लोकसभा के लिए चुने गए थे। इसके अलावा वह 2010 से 2015 तक पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक भी रहे।
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