पीलीभीत , अक्टूबर 06 -- पीलीभीत टाइगर रिज़र्व के पोस्टर ब्वाय कहे जाने वाले बाघ एस3 को जंगल में अपनी आंखों से देखने का दावा वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर्स ने किया हैं।

उसके अनुसार इस बार यह बाघ थोड़े अलग अंदाज़ और पहचान के साथ नजर आया। उसकी दाईं आंख पर चोट का निशान देखे जाने का भी दावा किया गया है। अब से कुछ दिनों बाद पीलीभीत टाइगर रिज़र्व का नया पर्यटन सत्र भी प्रारंभ होने वाला है।

वन्य जंतु विशेषज्ञों के अनुसार, एस3 बाघ का जंगल में दिखना और सक्रिय होना आगामी पर्यटन सत्र के और पर्यटकों दोनों के लिए शुभ और सकारात्मक संकेत है। यह घटना दर्शाती है कि टाइगर रिज़र्व का पारिस्थितिक संतुलन और बाघों की गतिविधियां दोनो ही सामान्य हैं।

वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार बीते कुछ वर्षों में एस3 नामक व्यस्क नर बाघ की पीलीभीत टाइगर रिज़र्व में लोकप्रियता के कारण देशभर के वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर इसे कैमरे में कैद करने पीलीभीत आने लगे। सोशल मीडिया पर इसके वीडियो और तस्वीरें हजारों बार साझा की जा चुकी हैं। इस सबके चलते एस3 पोस्टर ब्वाय हो बन गया है।

वन विभाग के आंकड़ों के अनुसार, पीलीभीत टाइगर रिज़र्व में बाघों की संख्या अब 71 से अधिक हो चुकी है। इनमें रॉकेट, एस2, एस3, स्काई मेल, बाराही मेल, नैना और सुंदरी जैसे बाघ और बाघिन अपने सौंदर्य और गतिविधियों के चलते पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं।

पिछले पर्यटन सत्रों में पीलीभीत टाइगर रिज़र्व में पर्यटकों की संख्या में भी उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। यहां की अनुकूल जलवायु, घना वन क्षेत्र और जल संसाधनों की प्रचुरता के कारण बाघों की संख्या बढ़ी है। साइटिंग (दीदार) का औसत भी देश के प्रमुख अभयारण्यों से अधिक है।

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