मेहसाणा , अक्टूबर 09 -- गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की उपस्थिति में गुरुवार को मेहसाणा में शुरू हुई पहली वाइब्रेंट गुजरात रीजनल कॉन्फ्रेंस के पहले दिन भारत में जापान के राजदूत ओनो केइची ने मुख्यमंत्री के साथ गर्मजोशी भरे माहौल में वन टू वन बैठक की।

श्री ने वाइब्रेंट समिट के पहले संस्करण से ही जापान के सहयोगी होने का विशेष रूप से उल्लेख करते हुए इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि इस रीजनल कॉन्फ्रेंस में भी जापान की मौजूदगी से गुजरात और जापान के संबंधों का सेतु और मजबूत हुआ है। श्री ओनो केइची ने भी गुजरात में संचालित जापानी कंपनियों को राज्य सरकार की ओर से मिल रहे सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।

मुख्यमंत्री के साथ इस वन टू वन बैठक में उन्होंने विशेष रूप से सेमीकंडक्टर, ऑटोमोटिव, कटिंग एज टेक्नोलॉजी, नवीकरणीय ऊर्जा तथा जापान-गुजरात पीपल टू पीपल कनेक्ट के लिए पारस्परिक सहयोग की सराहना की। उन्होंने गुजरात में सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम से आकर्षित होकर जापानी कंपनियां अपने प्लांट शुरू करने के लिए आगे आ रहीं हैं, इसके लिए आभार व्यक्त किया और आगे अधिक सहयोग देने की तत्परता दिखाई।

जापान के राजदूत ने धोलेरा में सेमीकॉन इंडस्ट्री सहित अन्य उद्योगों के लिए आवश्यक सामाजिक बुनियादी ढांचे को शीघ्र कार्यरत करने के लिए इस बैठक में विचार-विमर्श किया। मुख्यमंत्री श्री पटेल ने उन्हें बताया कि हॉस्पिटल, स्कूल, लॉजिस्टिक, इंफ्रास्ट्रक्चर और पावर प्रोजेक्ट जून-2026 तक पूरे हो जाएंगे।

जापान के राजदूत ने बताया कि सेमीकंडक्टर क्षेत्र में गुजरात में कुशल मानवबल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए जापान अंतरराष्ट्रीय सहयोग एजेंसी (जेआईसीए) के सहयोग से गुजरात सेमीकंडक्टर मिशन के अंतर्गत ट्रेनिंग की व्यवस्थाएं विकसित की गई हैं। मुख्यमंत्री ने भी उन्हें बताया कि गुजरात में अन्य उद्योगों और पंडित दीनदयाल एनर्जी यूनिवर्सिटी (पीडीईयू) आदि ने भी इस प्रकार की कौशल विकास की व्यवस्थाएं शुरू की हैं।

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