जालंधर , अक्टूबर 06 -- पश्चिमी विक्षोभ (वेस्टर्न डिस्टरबेंस) के फिर से सक्रिय होने के कारण रविवार से उत्तर भारत के कई हिस्सों में हो रही बारिश के कारण तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है। जालंधर में आज सुबह तेज बारिश हुई, जिससे मौसम ठंडा हो गया। वहीं अमृतसर में रात और सुबह हुई बारिश के कारण कई इलाकों में जलभराव हो गया है।

पंजाब के 13 जिलों में आज तेज बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार सोमवार को पठानकोट, गुरदासपुर, अमृतसर, कपूरथला, होशियारपुर, जालंधर, नवांशहर, लुधियाना, रूपनगर, मोहाली, फतेहगढ़ साहिब, पटियाला और संगरूर में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। जबकि अन्य जिलों में यलो अलर्ट जारी है। बारिश के साथ-साथ राज्य में 40 किमी की रफ्तार से हवाएं भी बह रही हैं।

इस दौरान अगले 24 घंटों तक पंजाब में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। पहाड़ी इलाकों में सामान्य से ज्यादा बारिश हो रही है, जिससे पंजाब में फिर से बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। बारिश के कारण बांधों में पानी का स्तर लगातार बढ़ रहा है। लुधियाना में बादल छाए हुए हैं। मोहाली में भी मौसम में नमी बनी हुई है और बारिश की संभावना बनी हुई है। श्री आनंदपुर साहिब के गंभीरपुर में रात को ओले गिरे।

मौसम विशेषज्ञों के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के एक्टिव होने के कारण बने बादल मंगलवार सुबह तक पंजाब और हिमाचल के ऊपरी इलाकों से गुजरेंगे।पोंग बांध से रविवार को लगभग 39368 क्यूसेक, भाखड़ा बांध से 40964 क्यूसेक और रणजीत सागर डैम (थीन डैम) से तकरीबन 33734 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। जिनसे रावी, ब्यास और सतलुज में जलस्तर बढ़ा है। रावी, ब्यास और सतलुज से सटे जिलों में भी प्रशासन को अलर्ट मोटर रखा गया है। तेज बारिश और बांधों से पानी छोड़ने की सूरत में गुरदासपुर, अमृतसर, फिरोजपुर, फाजिल्का, होशियारपुर, कपूरथला, जालंधर, तरनतारन, मोगा, लुधियाना, रोपड़, पटियाला और संगरूर जिलों मे बाढ़ की संभावना है।

अमृतसर की उपायुक्त साक्षी साहनी ने नदियों को पार ना करने, किनारों पर ना जाने और पशुओं को नदियों से दूर रखने की हिदायत जारी कर रखी है। जालंधर के उपायुक्त हिमांशु अग्रवाल ने सभी प्रशासनिक अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर सभी को सतर्क रहने की सलाह दी है। अभी तक कहीं नदियों का जलस्तर बढ़ने से नुकसान की सूचनाएं नहीं हैं।

रविवार को रणजीत सागर डैम से करीब 33734 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। जिससे डैम में पानी का लेवल 1709.27 फीट से थोड़ा कम किया गया है। इसका डेंजर लेवल 1727 फीट है। यह डैम रावी नदी पर स्थित है और इससे छोड़ा गया पानी सीधे रावी में बहता है। जिसके चलते पंजाब के गुरदासपुर, अमृतसर और फिरोजपुर जिलों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है।

हिमाचल प्रदेश दिन तक भारी बारिश की चेतावनी है। ऐसे में भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड ने पौंग बांध से औसतन 39368 क्यूसेक पानी छोड़ा है। जबकि बीते दिन सुबह आउट फ्लो 49146 क्यूसेक रिकॉर्ड हुआ था। इससे ब्यास नदी का जल स्तर बढ़ेगा। इसे देखते हुए हिमाचल प्रदेश के इंदौरा-फतेहपुर और पंजाब में ब्यास नदी किनारे रह रहे लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है।

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