गुमला, 17अक्टूबर (वार्ता) झारखंड के गुमला जिले के पर्वतीय क्षेत्र में "सिंगबोंगा मैराथन दौड़" का भव्य आयोजन हुआ, जिसमें नेतरहाट की मनमोहक वादियों से लेकर जतरा ताना भगत स्मारक, चिंगरी (बिशुनपुर) तक लगभग 28 किलोमीटर की दूरी तय की गई।

यह मैराथन "युवा कौशल विकास महोत्सव 2025" के अंतर्गत आयोजित की गई थी। सैकड़ों युवाओं और छात्राओं ने भाग लेकर अदम्य साहस, ऊर्जा और एकता का परिचय दिया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला परिषद अध्यक्ष पूनम सिंह ने की। उन्होंने कहा कि यह मैराथन युवाओं के शारीरिक और मानसिक विकास के साथ-साथ समाज में उनकी भागीदारी को मजबूत करेगी। आने वाले समय में युवा देश के विकास में अहम भूमिका निभाएंगे।

विशिष्ट अतिथि पद्मश्री अशोक भगत ने कहा कि सिंगबोंगा मैराथन केवल खेल नहीं, बल्कि झारखंड की सांस्कृतिक चेतना और अनुशासन का प्रतीक है। उन्होंने युवाओं को जीवन में लक्ष्य तय कर दृढ़निश्चय से आगे बढ़ने का संदेश दिया। नेतरहाट विद्यालय के प्राचार्य डॉ. संतोष पाठक ने भी छात्रों की उत्साहवर्धन की और कहा कि खेल आत्मविश्वास और टीम भावना को बढ़ाता है।

दौड़ में महिला प्रतिभागियों की सक्रियता विशेष रही। बालिका वर्ग में नीमा कुमारी (कुगाव) प्रथम, ऊषा कुमारी (चिपरी) द्वितीय और रूपा कुमारी (मंजीरा) तृतीय स्थान पर रहीं। बालक वर्ग में अनुराय उरांव (ओरया) प्रथम, अमर उरांव (कुलकूपी) द्वितीय तथा रामबिलास पासवान (सेन्हा) तृतीय स्थान प्राप्त किया। कुल 378 बालिकाएं और 566 बालक प्रतिभागी शामिल थे।

मार्ग पर जल, प्राथमिक उपचार और विश्राम की बेहतर व्यवस्था की गई थी। ग्रामीण, विद्यालय और स्वयंसेवकों ने जोरदार स्वागत किया। मैराथन के समापन पर विजेताओं को प्रमाणपत्र, मेडल और पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।

पद्मश्री अशोक भगत ने कहा कि यह मैराथन झारखंड की एकता, साहस और सामाजिक जागरूकता का प्रतीक है और यह हर वर्ष युवाओं में नई ऊर्जा का संचार करेगा।

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