नयी दिल्ली , अक्टूबर 13 -- भारत और कनाड़ा ने मौजूदा वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता और बढ़ते भू-राजनीतिक तनावों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को एक बार फिर से मजबूत बनाने जोर देते हुए परस्पर सहमत रोड़मैप पर तेजी से काम करने की सहमति जताई है।
दोनों देशों का मानना है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और प्रधानमंत्री मार्क कार्नी द्वारा निर्धारित प्राथमिकताओं के आधार पर आगे बढने से आर्थिक सहयोग के अवसर बढेंगे और जटिल अंतर्राष्ट्रीय स्थिति में रणनीतिक स्थिरता को सुदृढ़ करने में भी मदद मिलेगी। उन्होंने द्विपक्षीय व्यापार और निवेश पर शीघ्र ही मंत्रिस्तरीय चर्चा शुरू करने तथा कनाडा-भारत सीईओ फोरम की फिर से शुरुआत करने पर भी सहमति जताई।
भारत यात्रा पर आई कनाड़ा की विदेश मंत्री अनिता आनंद की पहले प्रधानमंत्री से मुलाकात और बाद में विदेश मंत्री डा. एस जयशंकर के साथ वार्ता के बाद जारी संयुक्त वक्तव्य में कहा गया है कि दोनों पक्षों ने संबंधों को मजबूत बनाने के लिए साझा लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति पारस्परिक सम्मान, विधि-व्यवस्था और संप्रभुता एवं क्षेत्रीय अखंडता के सिद्धांतों को बनाए रखने की प्रतिबद्धता के आधार पर एक नए रोडमैप पर सहमति जताई।
दोनों मंत्रियों ने माना कि मौजूदा वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता और बढ़ते भू-राजनीतिक तनावों को देखते हुए उनके बीच मजबूत द्विपक्षीय संबंध समय की जरूरत है। उन्होंने कहा कि साझेदारी को दोबारा मजबूत बनाने से आर्थिक सहयोग बढने के अवसर पैदा होंगे और बदलती परिस्थितियों में अधिक विश्वसनीय आपूर्ति श्रृंखला सुनिश्चित करने और तेजी से जटिल होते अंतर्राष्ट्रीय परिदृश्य में रणनीतिक स्थिरता को सुदृढ़ करने में भी मदद मिलेगी।
उन्होंने द्विपक्षीय व्यापार में उल्लेखनीय वृद्धि पर संतोष व्यक्त किया और मिलकर काम करने पर सहमति व्यक्त करते हुए अपनी-अपनी टीमों को निर्धारित रोडमैप को लागू करने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए।
दोनों देशों ने व्यापार को द्विपक्षीय आर्थिक विकास की आधारशिला मानते हुए वस्तुओं, सेवाओं और निवेश के क्षेत्र में बढ़ते अवसरों के दोहन के लिएद्विपक्षीय व्यापार और निवेश पर शीघ्र ही मंत्रिस्तरीय चर्चा शुरू करने तथा कनाडा-भारत सीईओ फोरम की फिर से शुरुआत करने पर सहमति जताई। सीईओ फोरम दोनों देशों के प्रमुख व्यावसायिक प्रतिनिधियों को एक मंच प्रदान करेगी जिससे कि दोनों सरकारों के लिए ठोस, कार्यान्वयन योग्य सुझाव के आधार पर द्विपक्षीय व्यापार और निवेश को बढाने में मदद मिलेगी। इस फोरम की शुरुआत अगले वर्ष वरिष्ठ-स्तरीय व्यापार मिशन के दौरान होगी।
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